Israel will have ‘overall security responsibility’ in Gaza: इजरायल-हमास के युद्ध में अब तक चार हफ्तों से ज्यादा समय बीत चुका है, दोनो ही ओर से कोई भी युद्ध विराम या पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। जहां एक तरफ़ से इजराइल नागरिक बंधको की रिहाई की बात कर रहा है वही दूसरी तरफ़ फिलिस्तीन आतंकी संगठन हमास की ओर से कहा जा रहा है, जब तक गाजा में इजराइल हमला करना बंद नही करता तब तक वह बंधको को रिहा नही करेगा, ना ही युद्ध विराम करेगा।
इस बीच युद्ध क्षेत्र गाजा पट्टी में आम नागरिकों का जीवन तहस नहस हुआ पड़ा है। हमास-इजराइल युद्ध में इजरायली हमले में लगभग 4,100 बच्चों सहित 10,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।
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गौरतलब है, हमास द्वारा बीते रोज 7 अक्टूबर इजराइल के दक्षिणी हिस्से पर आतंकी हमले से 1400 से अधिक इजराइल के नागरिक मारे गए थे और साथ ही हमास ने 200 से ज्यादा इजराइल नागरिकों को बंधी बना लिया था। इस हमले के बाद इजराइल ने भीषण रुख अपनाया हुआ है। उसने गाजा पट्टी क्षेत्र से हमास को पूर्णता ख़त्म करने के लिए मोर्चा खोल रखा है। इस दौरान युद्ध क्षेत्र में आम जन जीवन प्रभावित हुआ है। अब तक दोनों ही तरफ़ से हजारों लोगों के मारे जाने की खबर मीडिया रिपोर्ट में आ रही है।
Israel will have ‘overall security responsibility’ in Gaza
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया है, एक निजी टीवी चैनल में इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा,
“इजराइल युद्ध के पूर्ण विराम के बाद भी इज़राइल गाजा पट्टी के लिए अनिश्चित काल के लिए समग्र सुरक्षा जिम्मेदारी लेगा।”
इस बयान के आधार में कहा जा सकता है, इजराइल अब किसी भी प्रकार के समझौते के पक्ष में नहीं है।
“नेतन्याहू ने कहा, थोड़े समय के लिए रुक सकता है युद्ध”
इजरायल पीएम नेतन्याहू ने इजराइल हमास युद्ध के बीच युद्ध में इजराइल की ओर से हमले में कुछ समय की छूट देने की बात कही है। नेतन्याहू ने कहा,
“हमनें पहले भी गाजा क्षेत्र में हमले के दौरान थोड़े – थोड़े समय के लिए हमले में विराम लगाया है, इज़राइल गाजा में मानवीय वस्तुओं को जाने देने और बंधकों को छोड़ने की के लिए हमले में विराम लगाया है।”
अपनी बात में आगे जोर देते हुए नेतन्याहू ने कहा, इजराइल पूर्ण युद्ध विराम के बाद गाजा पट्टी में सुरक्षा की ज़िम्मेदारी लेंगा।
नेतन्याहू ने बयान में कहा ;
“हमारे पास सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं थी, इस वजह से हमारे ऊपर हमास का आतंक इतने बड़े पैमाने पर फूट रहा है।”
इजरायल – हमास युद्ध के बीच दुनिया दो धुर्वो में बटे
इजरायल – हमास युद्ध के दौरान दुनिया के तमाम देश दो पक्षों में बटे दिखे, जिसमें अमेरिका, फ्रांस ,जर्मनी ब्रिटेन,ऑस्ट्रेलिया,कनाडा और न्यूजीलैंड ने हमास के कृत्य की आलोचना करते हुए इजरायल का समर्थन किया था। वही दूसरी तरफ़ चीन, पाकिस्तान, चिली, कोलंबिया, बोलिविया, कतर, सऊदी अरब, तुर्की, जॉर्डन, ईरान जैसे देश फिलिस्तीन हमास के समर्थन में देखे गए हैं।
दोनों ही पक्ष में ज्यादातर देश एक मध्यस्थ रास्ता और शांति बहाली के पक्ष में खड़े रहने की बात कर रहे हैं। 26 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन ने गाजा में नागरिकों की सुरक्षा, क़ानूनी और मानवीय कदमों को जारी रखने के समर्थन में युद्धविराम का प्रस्ताव लाया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े, जबकि अमेरिका समेत 14 पश्चिमी देशों ने इसके ख़िलाफ़ मतदान किया, वहीं भारत समेत 45 ऐसे देश थे, जो वोटिंग से बाहर रहे थे।