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Delhi Pollution: कई इलाकों में AQI 450 के पार, स्कूल बंद, कारों पर प्रतिबंध

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Delhi Pollution – AQI Reaches 450, School Closed: दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी गंभीर होती जा रही है। आज (03 नवंबर) को देश की राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर 450 को भी पार कर गया। इसके चलते दिल्ली अब लोगों के लिए किसी गैस चैंबर के समान होती जा रही है।

दिवाली से पहले ही वायु गुणवत्ता सूचकांक के ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंचने के चलते गुरुवार को ही राष्ट्रीय राजधानी में ‘एयर इमरजेंसी’ घोषित कर दी गई थी। राज्य सरकार भी अब हालात की गंभीरता को देखते हुए तमाम कदम उठा रही है, लेकिन फिलहाल वायु प्रदूषण कम होता नजर नहीं आ रहा।

Delhi Pollution – Latest AQI Levels

आज (शुक्रवार, 03 नवंबर) की सुबह 07 बजे के लगभग राजधानी के अधिकतर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार रहा। शायद यही काफी नहीं था कि कुछ इलाकों में AQI का स्तर 450 से भी अधिक रिकॉर्ड किया गया।

क्षेत्रों के मुताबिक शुक्रवार के AQI आँकड़ो पर नजर डालें तो दिल्ली के लोधी रोड इलाके में 438, जहांगीरपुरी में 491, आरके पुरम क्षेत्र में 486 और IGI हवाई अड्डे (T3) के आसपास 473 स्तर के साथ वायु गुणवत्ता की स्थिति ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। इसका साफ-सा मतलब ये है कि दिल्ली में हवा दिन प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है।

सरकार ने उठाए नए कदम

वायु प्रदूषण का आलम ये है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बढ़ते प्रदूषण स्तर का हवाला देते हुए दिल्ली के सभी सरकारी और प्राथमिक स्कूलों को शुक्रवार और शनिवार तक के लिए बंद रखने का आदेश दे दिया है।

साथ ही दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तीसरे चरण यानी GRAP-III को लागू कर दिया गया है। GRAP-III के तहत दिल्ली, गुरुग्राम, फ़रीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर समेत कई इलाकों में गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों (कंस्ट्रक्शन), पत्थर तोड़ने व खनन आदि पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को 400 से ऊपर AQI वाले क्षेत्रों में निर्माण कार्य पर पांच दिनों के लिए प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था।

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इसके साथ ही दिल्ली के इन इलाकों में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल कारों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगाते हुए, फिलहाल उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वाहन प्रदूषण को कम करने के प्रयास के तहत सरकार ने “रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” अभियान शुरू किया है। साथ ही सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए 1,000 निजी सीएनजी बसें भी किराए पर लेने की तैयारी है।

क्या होता है AQI स्तर का मतलब?

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा जारी किए जाने वाले वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आँकड़ो में वायु गुणवत्ता के लिहाज से 0-50 के बीच का स्तर ‘अच्छा’ माना जाता है। वहीं ’51-100′ के बीच के स्तर को ‘संतोषजनक’, जबकि 101-200 के बीच के स्कोर को प्रदूषण की ‘मध्यम’ श्रेणी में रखा जाता है।

लेकिन ‘201-300’ का स्कोर वायु की ‘खराब’ स्थिति को दर्शाता है। वहीं ‘301-400’ के बीच का स्तर ‘बेहद खराब’ और ‘401-500’ के बीच को ‘अति गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है।

दिल्ली में पटाखों पर पहले ही लग रखा है बैन

बढ़ते प्रदूषण स्तर के बीच दिल्‍ली में पहले ही पटाखों पर बैन लगा दिया गया है। दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में 1 जनवरी 2024 तक पटाखों पर बैन जारी रहेगा। याद दिला दें, 11 सितंबर को दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री, गोपाल राय ने पटाखे पर पूरी तरह से बैन लगाने का ऐलान किया था।

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