S. Jaishankar on India-Canada Tension: भारत और कनाडा के बीच हाल के दिनों में अचानक बढ़ा तनाव दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अमेरिका, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और श्रीलंका समेत तमाम देश इस मुद्दे पर नजर बनाए हुए हैं और सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिक्रियाएँ भी दे चुके हैं।
इस बीच कनाडा तनाव पर तमाम लोग – अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में छाय रहने वाले – भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर (S. Jaishankar) की टिप्पणी का इंतजार कर रहे थे। हाल में जब वह संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क पहुँचे, तो ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि शायद जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा में कनाडा के साथ चल रहे विवाद पर कुछ बोलें!
लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा में लगभग आधे घंटे के अपने भाषण के दौरान जयशंकर ने ‘कनाडा विवाद’ को लेकर ना तो कुछ कहा, और ना ही भारत पर लगाए गए आरोपों को लेकर सीधे तौर पर कोई जवाब दिया। बस उन्होंने कनाडा का नाम लिए बिना, इतना ज़रूर कहा कि ‘राजनीतिक सहूलियत’ के आधार पर ‘आतंकवाद या हिंसा’ के प्रति प्रतिक्रिया तय नहीं की जानी चाहिए।
S. Jaishankar on India-Canada Tension
दिलचस्प ये रहा कि इसके बाद भारत के विदेश मंत्री न्यूयॉर्क में आयोजित किए गए ‘फॉरेन रिलेशंस काउंसिल’ के एक कार्यक्रम हिस्सा लेने पहुँचे। और पूर्व-अमेरिकी राजदूत (भारत में), केनेथ जस्टर (Kenneth Juster) द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के मंच से जयशंकर कनाडा के मुद्दे पर खुलकर बोले। उन्होंने ट्रूडो के आरोपों पर दो-टूक जवाब देते हुए कहा;
“कनाडा काफी समय से अलगाववादी ताकतों और हिंसक उग्रवाद से जुड़े संगठित अपराधों का गवाह रहा है। हम इसलिए भी चिंतित हैं क्योंकि (कनाडा में) राजनीतिक कारणों के चलते ऐसी गतिविधियों को बहुत अधिक ढील दी गई।”
“हमारे राजनयिकों को धमकाने का काम किया गया। हमारे वाणिज्य दूतावासों पर हमला किया गया है, क्या लोकतंत्र इसी तरह काम करता है?”
कनाडा के प्रधानमंत्री द्वारा वहाँ की संसद में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ होने की आशंका व आरोपों को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा,
“हमनें कनाडा से स्पष्ट रूप से कहा है कि यह भारत सरकार की नीति नहीं है। हमने कनाडा से कहा था कि अगर उनके पास इस मामले से संबंधित कोई विशिष्ट व प्रासंगिक जानकारी है तो हमें प्रदान करें। हम उसे देखने के लिए तैयार हैं।”
A discussion at @cfr_org with Amb Kenneth Juster https://t.co/QT1RZ7e3i0
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 26, 2023
क्या है मामला?
मामला ये है कि 18 जून 2023 को खालिस्तानी नेता और कनाडाई नागरिक ‘हरदीप सिंह निज्जर’ (Hardeep Singh Nijjar) की कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित एक सिख सांस्कृतिक केंद्र के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की जाँच कनाडाई खुफिया एजेंसियों की सौंपी गई।
लेकिन घटना के कुछ महीनों बाद, हाल में जस्टिन ट्रूडो द्वारा कनाडा की संसद में एक विवादित बयान दिया गया, जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने लगा। अपने बयान में ट्रूडो ने कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह की हत्या में भारत का हाथ होने की आशंका जताई। इतना ही नहीं बल्कि कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक पर कार्रवाई करते हुए, उन्हें देश से निष्कासित कर दिया। इसके पहले कनाडा ने भारत के साथ व्यापार वार्ताओं पर भी विराम लगाते हुए, एक व्यापार मिशन को रद्द कर दिया था। इसके बाद से ही दोनों देशों के संबंधो में कड़वाहट बढ़ती नजर आ रही है।