Does Apple overtake Samsung in India?: पिछले कुछ समय से दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी Apple भारत में लगातार अपने विस्तार की कोशिशों में तेजी ला रही है और अब इसका असर भी दिखने लगा है। ताजा जानकारी के अनुसार, भारत से स्मार्टफोन के निर्यात (एक्सपोर्ट) के मामले में Apple ने अब Samsung को पीछे छोड़ते हुए, शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है।
यह उपलब्धि ना सिर्फ हाल के महीनों में देश के भीतर 2 ऑफलाइन स्टोर्स खोलने वाले Apple के लिए खास है, बल्कि इससे भारत द्वारा वैश्विक स्तर पर ‘मैन्युफैक्चरिंग हब’ के रूप में खुद को स्थापित करने के प्रयासों को भी बल मिलता है।
वैसे यह जानकारी इकॉनमिक टाइम्स की एक नई रिपोर्ट के तहत सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जून तिमाही में भारत से कुल 1.2 करोड़ स्मार्टफोन निर्यात किए गए, और इन आँकड़ो में 49% तक की हिस्सेदारी अकेले Apple की रही। वहीं इस बार लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहने वाले Samsung को 45% हिस्सेदारी से ही संतोष करना पड़ा है।
देखा जाए तो स्मार्टफोन के निर्यात के मामले में Apple की हिस्सेदारी साल 2022 की दूसरी तिमाही में दर्ज किए गए लगभग 80 लाख स्मार्टफोन के आँकड़े से 9% तक बढ़कर, साल 2023 की दूसरी तिमाही में कुल निर्यात के लगभग आधे तक पहुँच गई है।
गौर करने वाली बात ये भी है कि एक ओर जहाँ Apple जैसे प्रीमियम ब्रांड ने निर्यात संख्या में बढ़त दर्ज की है, वहीं Xiaomi, Motorola, Vivo जैसे कुछ एंड्रॉइड ब्रांडों के लिए हालात इतने अच्छे नहीं रहे। इन कंपनियों के लिए निर्यात का आँकड़ा साल 2023 की पहली तिमाही में 10% से घटकर साल 2023 की दूसरी तिमाही में 6% पर आ गया है।
यह बताने की जरूरत नहीं है कि देश में एक सुपर प्रीमियम ब्रांड के रूप में पहचान रखने वाले Apple ने ‘वॉल्यूम’ के साथ ही साथ ‘वैल्यू’ के लिहाज से भी सबसे बड़े स्मार्टफोन निर्यातक का टैग हासिल कर लिया है।
Apple overtake Samsung in India: क्या है कारण?
भारत में Apple द्वारा मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की प्रभावशाली कोशिशों का श्रेय उसके टॉप तीन निर्माताओं: फॉक्सकॉन (Foxconn), विस्ट्रॉन (Wistron) और पेगाट्रॉन (Pegatron) को भी दिया जाना चाहिए। बताया जा रहा है, इस लिस्ट में जल्द टाटा समूह (Tata Group) का नाम भी शामिल होने जा रहा है।
वैश्विक पटल पर चीन के विकल्प के तौर पर उभरने के प्रयासों में भारत को बड़ी सफलताएँ मिल रहीं हैं। देश में ‘मेक-इन-इंडिया’ और ‘पीएलआई’ जैसी तमाम स्कीमों के तहत घरेलू स्तर पर विनिर्माण को मिलने वाले प्रोत्साहन के चलते, दुनिया भर की दिग्गज कंपनियों ने भारत का रूख करना शुरू कर दिया है।
सभी जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में अमेरिका और चीन के व्यापारिक रिश्तों में दरार-सी आई है। ऐसे में Apple जैसी तमाम अन्य अमेरिकी कंपनियाँ मैन्युफैक्चरिंग के लिहाज से चीन पर अपनी व्यापक निर्भरता को कम करने का विकल्प तलाशने लगी हैं। और मौजूदा समय में भला भारत से बेहतर विकल्प और क्या हो सकता है!
भारत को लेकर Apple की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि कंपनी ने पिछले साल ही भारत में अपने लेटेस्ट iPhone मॉडलों की असेंबली शुरू कर दी थी। फिलहाल भारत में बने ‘मेड-इन-इंडिया’ iPhones को कंपनी ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, मध्य पूर्व, जापान, रूस और जर्मनी जैसे देशों में निर्यात कर रही है।