Startup Funding – Ergos: भारत के लिहाज से स्टार्टअप एकोसिस्टम में कृषि जगत का एक अहम स्थान रहा है। यह बताने की जरूरत नहीं है कि ‘कृषि प्रधान’ कहें जाने वाले देश में एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए अपार संभावनाएँ मौजूद हैं, जिसका एहसास निवेशकों को भी है।
इसी के उदाहरण स्वरूप अब एग्रीटेक स्टार्टअप Ergos ने अपने सीरीज-बी फंडिंग राउंड के तहत $10 मिलियन (लगभग ₹82 करोड़) का निवेश हासिल किया है। कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Abler Nordic ने किया। साथ ही कुछ मौजूदा निवेशकों जैसे Aavishkaar Capital, Chiratae Ventures और Trifecta Venture Debt Fund ने भी भागीदारी दर्ज करवाई।
Ergos की शुरुआत साल 2021 में किशोर कुमार झा और प्रवीण कुमार ने मिलकर की थी। यह कंपनी मुख्य रूप से किसानों के लिए अनाज भंडारण के लिहाज से एक क्रांतिकारी समाधान की पेशकश करती है। स्टार्टअप किसानों को अपनी उपज को ‘डिजिटल संपत्ति’ के रूप में बदलने में मदद करता है, जिससे व्यापार में आसानी हो सके। इसके चलते किसानों को कटाई के बाद तय समय के भीतर फसल की बिक्री करने में मदद मिलती है।
यह एग्रीटेक स्टार्टअप किसानों को संभावित खरीदारों के साथ जोड़ने, अनाज के लिए सुरक्षित गोदाम भंडारण प्राप्त करने, विभिन्न ऋणदाताओं से किफायती वित्तीय समाधान हासिल करने और उपज का बेहतर दाम प्राप्त करने आदि में सक्षम बनाता है।
दिलचस्प रूप से Ergos छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक गतिविधि की मुख्यधारा से जोड़ने का भी काम कर रहा है। इसके लिए कंपनी किसानों को उनकी फसल के लिए 9 महीने तक की भंडारण सुविधा और स्टोर किए गए अनाज के 70% पर अनुदान की पेशकश भी करती है।
एग्रीटेक स्टार्टअप की मानें तो फिलहाल यह अपने प्लेटफॉर्म पर 160,000 से अधिक किसानों को जोड़ने में कामयाब रहा है। कंपनी बिहार, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्यों में 200 से अधिक स्थानों पर गोदामों का एक व्यापक नेटवर्क भी रखती है। स्टार्टअप का दावा है कि इसकी पेशकशों के चलते, किसानों ने अपनी सलाना आय में 30-35 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की है।
निवेश हासिल करते हुए, कंपनी के संस्थापक और सीईओ, किशोर कुमार झा ने कहा;
“किसानों को सशक्त बनाने और उनकी कृषि संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए क्रांतिकारी बदलावों की आवश्यकता है। Ergos का विशाल ग्रेन-बैंक प्लेटफॉर्म किसानों को अपनी उपज की बिक्री या भंडारण से संबंधित बेहतर निर्णय लेने, सरलता से बैंकों से लोन हासिल करने, व्यापक खरीदारों तक पहुँचनें, उचित मूल्य हासिल करने में सक्षम बनाता है।”
एक अनुमान के मुताबिक, वर्तमान में देश भर में लगभग 1,000 से अधिक एग्रीटेक स्टार्टअप कार्यरत हैं, जो कृषि तकनीकों को बेहतर बनाते हुए, किसानों को मदद करने में जुटे हुए हैं। आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में सामने आए आँकड़ो की मानें तो बीतें चार सालों में एग्रीटेक स्टार्टअप्स ने निजी इक्विटी निवेशकों से लगभग ₹6,600 करोड़ का निवेश हासिल किया है, जो प्रति वर्ष 50% से अधिक की वृद्धि का गवाह रहा है।