CoinDCX Layoff News: इस साल की शुरुआत से तेजी से बढ़ता छंटनियों का दौर दुनिया भर में अभी भी जारी ही है। और किसी भी प्रकार से भारत भी इससे अछूता नहीं है। देश में कई दिग्गज आईटी कंपनियों के साथ ही साथ स्टार्टअप्स ने बड़े पैमानें पर कर्मचारियों को निकाला है।
इसी कड़ी में अब भारत के पहले क्रिप्टोकरेंसी यूनिकॉर्न व नामी क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने आज अपने 12% कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। बता दें इस बात की जानकारी खुद कंपनी के संस्थापकों सुमित गुप्ता (Sumit Gupta) और नीरज खंडेलवाल (Neeraj Khandelwal) ने एक ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से साझा की है।
CoinDCX Layoff: क्या है वजह?
कंपनी के संस्थापकों की मानें तो लंबे समय से बाजार में बने मंदी जैसे हालातों, मौजूदा चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितियों और घरेलू एक्सचेंजों पर टीडीएस के प्रभाव के चलते, स्टार्टअप के कुल राजस्व में गिरावट दर्ज की गई है, जिसकी वजह से कंपनी को कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने पर विवश होना पड़ा।
आपको बता दें हाल के समय में भारत में क्रिप्टो स्टार्टअप्स के लिए एक्सचेंजों व अन्य संदर्भो में स्पष्ट नियमों का अभाव व अनिश्चितता एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं, जिसकी वजह से इन स्टार्टअप्स को संचालन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं साथ ही क्रिप्टो एकोसिस्टम में अत्यधिक टैक्स और टीडीएस चार्ज आदि के चलते ट्रेडिंग वॉल्यूम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें 80 से 90 तक की गिरावट होने का अनुमान लगाया गया है।
कितने लोग हुए प्रभावित?
Coinbase Ventures समर्थित क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने इस नई छंटनी में अपने कुल कर्मचारियों में से 12% को नौकरी से निकाला है। इसके चलते कुल लगभग 71 कर्मचारियों के प्रभावित होने की बात सामने आई है। फिलहाल कंपनी में कुल कर्मचारी संख्या 590 के आसपास है।
कंपनी की मानें तो फिलहाल इसकी कोशिश लागत में कटौती करने की है, जिससे कंपनी की एफिशिएंसी और प्रोडक्टिविटी दोनों को बढ़ाया जा सके।
इन प्रयासों के तहत कंपनी मुख्य रूप से ऑटोमेशन तकनीक में निवेश करने से लेकर प्रोडक्ट्स पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करने जैसे कदम उठा रही है।
कंपनी के संस्थापकों के मुताबिक, उनका ध्यान लॉन्ग टर्म बिजनेस स्ट्रैटेजी तैयार करते हुए, बिजनेस का मुनाफा बढ़ाते हुए, इसे टिकाऊ बनाने पर है।
गौर करने वाली बात ये भी है कि CoinDCX देश के कुछ सबसे अच्छे वित्त पोषित या फंडिंग हासिल करने में सफल रहने वाले स्टार्टअप्स में गिना जाता रहा है। साल 2021 में ही $1.1 बिलियन की वैल्यूएशन को छूते हुए यह भारत का पहला क्रिप्टो यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स बनने में कामयाब रहा था।