Indian web browser challenge – All Details: आत्मनिर्भर बनने के प्रयासों के तहत भारत फिलहाल तेजी से स्वदेशी विकल्पों में शिफ्ट करने की संभावनाएँ तलाश रहा है। और तकनीक क्षेत्र में ये कोशिशें और भी व्यापक तौर पर हो रही हैं। इसी क्रम में अब लगता है सरकार ने देश और दुनिया के लिए ‘मेड-इन-इंडिया’ वेब ब्राउज़र देने का फैसला किया है।
जी हाँ! असल में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने “इंडियन वेब ब्राउज़र डेवलपमेंट चैलेंज” (Indian web browser challenge) का ऐलान किया है।
जैसा नाम से ही जाहिर है, इस चैलेंज के तहत सरकार देश भर में से स्टार्टअप और डेवलपर्स को एक स्वदेशी वेब ब्राउज़र बनाने के लिए आमंत्रित किया है।
क्या है Indian web browser challenge?
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा पेश किए गए इंडियन वेब ब्राउज़र डेवलपमेंट चैलेंज के तहत “दुनिया के लिए” एक स्वदेशी भारतीय वेब ब्राउज़र बनाने की कोशिश की जाएगी। यह वेब ब्राउज़र मौजूदा लोकप्रिय विकल्पों जैसे Google Chrome, Firefox, Apple Safari आदि को टक्कर देता नजर आएगा।
आपको बता दें इस चैलेंज को CCA और C-DAC बेंगलुरु के सहयोग के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस चैलेंज में पहले ही 200 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवा ली है, जिसमें सरकारी विभाग, शिक्षाविद, स्टार्टअप आदि शामिल हैं।
इस ओपन चैलेंज प्रतियोगिता के तहत एक ऐसा ब्राउज़र बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो “पहुंच'” और “विभिन्न क्षमताओं वाले व्यक्तियों” के आधार पर सभी के लिए उपयोगी साबित हो सके।
इसके साथ ही क्रिप्टो टोकन का इस्तेमाल करके डिजिटल दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने की क्षमता का भी परीक्षण किया जाएगा, जो एक तरह से सुरक्षित लेनदेन की अनुमति प्रदान करेगा।
Indian web browser challenge: तीन राउंड में होगी प्रतियोगिता
इस प्रतियोगिता में मुख्य रूप से तीन राउंड होंगे प्रारंभिक राउंड के बाद 18 सर्वश्रेष्ठ इनोवेशन/प्रोजेक्ट को अगले दौर के लिए चुना जाएगा। दूसरे दौर में उनमें से 8 को ही आगे भेजा जाएगा। और फिर तीसरे व अंतिम दौर में ये टीमें शीर्ष तीन स्थानों के लिए प्रतिस्पर्धा करती नजर आएगीं।
प्रतियोगियों को तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा, और पुरस्कार पूल 3.41 करोड़ रुपये का होगा, जिसमें से विजेता 1 करोड़ रुपये घर ले जाएगा। विजेता को परियोजना के लिए सरकारी समर्थन और समर्थन भी प्राप्त होगा।
विजेता को मिलेगा ₹3.4 करोड़ का नकद पुरस्कार
इस प्रतियोगिता को जीतने वाले स्टार्टअप व डेवलपर्स को ₹3.4 करोड़ की नकद पुरस्कार राशि दी जाएगी। साथ ही उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन व प्रोजेक्ट को वास्तविकता का रूप देने के लिए सरकारी सपोर्ट भी मुहैया करवाया जा सकता है।