Elon Musk Meet PM Modi: अमेरिका के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे अमीर और टेस्ला (Tesla) व ट्विटर (Twitter) जैसी कंपनियों के मालिक ईलॉन मस्क (Elon Musk) से मुलाकात की।
उम्मीद ये जताई जा रही है कि बतौर बिजनेस ईलॉन मस्क से पीएम मोदी के साथ भारतीय बाजार में टेस्ला (Tesla) की एंट्री को लेकर भी चर्चा की। इस दौरान प्रेस को सम्बोधित करते हुए मस्क ने कहा
“प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात शानदार रही, और मैं उन्हें काफी पसंद करता हूं। कुछ साल पहले वह हमारी फैक्ट्री देखने भी आए थे। इसलिए मैं कह सकता हूँ कि हम एक-दूसरे को कुछ समय पहले से जानते हैं।”
“मैं भारत के भविष्य को लेकर अविश्वसनीय रूप से उत्साहित हूं। मुझे लगता है कि दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में भारत में कहीं अधिक संभावनाएं मौजूद हैं।”
मस्क और पीएम मोदी के बीच हुई इस मुलाकात के साथ अब ये उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय बाजार में मस्क की कंपनियाँ जल्द दस्तक दे सकती हैं। टेस्ला की भारत में एंट्री कब तक हो सकती है, इस सवाल पर मस्क ने कहा;
“मुझे विश्वास है कि टेस्ला मानवीय रूप से जितना संभव है, उतना जल्द से जल्द भारत में अपना संचालन शुरू करेगी।”
ट्विटर प्रमुख ने कहा, “पीएम मोदी वास्तव में भारत के बारे में परवाह करते हैं क्योंकि वह हमें भारत में महत्वपूर्ण निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जो कुछ ऐसा है जो हम करते हैं। हमें बस सही समय का पता लगाना है।” “वह वास्तव में भारत के लिए सही काम करना चाहता है। वह खुले रहना चाहता है, वह कंपनियों के लिए सहायक होना चाहता है। और निश्चित रूप से, साथ ही, सुनिश्चित करें कि यह भारत के लाभ के लिए है।
और ये कई लिहाज से अहम हो जाता है क्योंकि ईलॉन मस्क सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाले टेस्ला (Tesla) ही नहीं बल्कि इंटरनेट क्षेत्र से जुड़ी स्टारलिंक (Starlink) पर भी मालिकाना हक रखते हैं।
Starlink भी भारत में शुरू कर सकती है सेवाएँ?
जी हाँ! सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी, स्टारलिंक की क्षमताओं की बात करें तो भारत जैसे देश में इस कंपनी की शुरुआत कनेक्टिविटी परिदृश्य में नई क्रांति ला सकती है। इसके तहत देश के दूर-दराज के इलाकों को भी हाई-स्पीड इंटरनेट सुविधा से जोड़ कर, डिजिटल असमानताओं को कम करने में बड़ी सफलता पाई जा सकती है।
भारत में स्टारलिंक की सेवाएँ कब तक शुरू हो सकेंगीं, इसको लेकर कोई तय समयसीमा का खुलासा नहीं किया गया है। सार्वजनिक रूप से मस्क कई बार कह चुके हैं कि वह ‘सही समय’ का इंतजार कर रहे हैं।
वैसे आधिकारिक रूप से स्टारलिंक ने दो साल पहले भारत में उपस्थिति दर्ज करवा ली थी, जब SpaceX ने लगभग दो साल पहले देश में पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी की स्थापना की थी। लेकिन इसके कुछ ही दिनों बाद भारत सरकार ने देशवासियो को स्टारलिंक के लिए साइन-अप करने के खिलाफ चेतावनी जारी करते हुए, बताया था कि कंपनी के पास दक्षिण एशियाई बाजार में काम करने के लिए पर्याप्त लाइसेंस नहीं है। इसके बाद ही स्टारलिंक ने भारत में प्राप्त किए प्री-ऑर्डर पर रिफंड की पेशकश की थी।
दिलचस्प है समय
देखा जाए तो मस्क और पीएम मोदी के बीच की ये मुलाकात का समय इस लिहाज से भी दिलचस्प है क्योंकि हाल में ही ऐसी खबरें सामने आई थीं कि टेस्ला (Tesla) ने भारत सरकार के आधिकारियों से मुलाकात के बाद देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर भाचले आ रहे गतिरोध को विराम देते हुए, सरकार की शर्तों पर सैद्धांतिक रूप से सहमति जताई है।
बताया गया कि सरकार का सुझाव यह था कि कंपनी पहले घरेलू स्तर पर अपनी इलेक्ट्रिक कारों की असेंबली का काम शुरू कर सकती है, इसके बाद वह देश में ‘वेंडर बेस’ स्थापित करते हुए तय शर्तों को पूरा कर सकती है।
आपको शायद याद हो कि टेस्ला भारत में अपनी शुरुआत को लेकर बेहद उत्साहित तो है, लेकिन पिछले कुछ समय से कंपनी और भारत सरकार के बीच ‘आयात शुल्क’ में रियायतों को लेकर असहमति के चलते मामला अटका पड़ा है। वैसे फिलहाल सरकार द्वारा टेस्ला को कोई रियायत देने जैसी बात सामने नहीं आई है।