Site icon NewsNorth

CoWIN Data Leak: ‘पैन’ व ‘आधार’ जैसी जानकारी लीक होने की खबर, सरकार ने किया खंडन

boat-data-leak-of-75-lakh-for-selling-in-dark-web

CoWIN Data Leak: आज डेटा लीक से जुड़ी एक बड़ी खबर काफी सुर्खियों में रही। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार के कोविन (CoWIN) ऐप पर मौजूद कोविड वैक्सीन लगवाने वाले हजारों भारतीयों की जानकारी टेलीग्राम (Telegram) पर लीक हो गई, जिसमें लोगों के नाम के साथ ही साथ उनके फोन नंबर, व आधार जैसी अहम जानकारियाँ शामिल होने की बात सामने आई थी।

जी हाँ! एक मलयालम न्यूज पोर्टल द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीग्राम बॉट में कोविन पोर्टल से जुड़ा नंबर दर्ज करने पर, उस व्यक्ति के जेंडर, जन्मतिथि, वैक्सीनेशन सेंटर का नाम, वैक्सीनेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली सरकारी आईडी का नंबर आदि दिखाई देने लग रहा है।

इतना ही नहीं बल्कि तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले (Saket Gokhale) और अन्य सांसद कार्ति चिदंबरम (Karti P Chidambaram) ने ट्विटर पर टेलीग्राम बॉट पर कथित डेटा लीक के जुड़े कुछ स्क्रीनशॉट साझा करते हुए, सरकार से सवाल किए।

CoWIN Data Leak: ट्विटर पर साझा हुए स्क्रीनशॉट्स 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, CoWIN पर साइन अप करने वाले कई राजनेता, नौकरशाह, पत्रकार आदि इस डेटा लीक का शिकार हुए, जिनकी निजी जानकारियाँ कथित रूप से टेलीग्राम पर एक बॉट अकाउंट द्वारा साझा की गई।

सरकार ने किया खंडन 

लेकिन इन तमाम खबरों के बीच केंद्र सरकार ने अब कोविन पोर्टल डेटा लीक मामले में एक बयान जारी किया है। केंद्र सरकार ने उन तमाम रिपोर्टों को गलत बताया है, जिसमें CoWin पोर्टल डेटा के टेलीग्राम बॉट के जरिए लीक होने का दावा किया गया है।

See Also

केंद्र सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि वैक्सीन लेने वाले लोगों के डेटा लीक संबंधित रिपोर्ट बिना किसी ठोस सबूत के पेश की जा रही है। सरकार का कहना है कि यह शरारत के तौर पर किया गया है।

सरकार का दावा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय का CoWin पोर्टल पूरी तरह से सुरक्षित है, और इसमें सिर्फ ओटीपी प्रमाणीकरण-आधारित एक्सेस प्रदान किया जाता है। उपयोगकर्ताओं के डेटा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए कई तरह के इंतजाम किया गया है।

इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीईआरटी-इन से इस मुद्दे पर गौर करने और एक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। सरकार यह पता लगाना चाहती है कि इस कथित लीक का स्रोत क्या है और क्या डेटा कोविन या अन्य किसी ऐप के जरिए प्राप्त किया गया था या नहीं?

Exit mobile version