PhonePe raises $100 Mn additional funding from General Atlantic: भारत में डिजिटल पेमेंट ईकोसिस्टम काफी व्यापक रूप ले चुका है, जो कई मायनों में लोगों के जीवन को आसान बना रहा है। इसके लिए सबसे अधिक श्रेय यूपीआई (UPI) जैसी तकनीक और भारतीय स्टार्टअप्स को मिलना चाहिए।
इन्हीं स्टार्टअप्स में से एक है नामी फिनटेक प्लेटफॉर्म PhonePe, जो बीतें कुछ महीनों में भारी मात्रा में निवेश हासिल कर चुका है। और अपने इसी क्रम में बरकरार रखते हुए, कंपनी ने एक बार फिर General Atlantic व इससे संबंधित फंड से $100 मिलियन (लगभग ₹820 करोड़) का अतिरिक्त निवेश हासिल किया है।
असल में बेंगलुरु आधारित ये डेकाकॉर्न स्टार्टअप लगभग $1 बिलियन का निवेश हासिल करने की अपनी योजना को ही पूरा करता नजर आ रहा है।
अपने इसी लक्ष्य के तहत कंपनी ने जनवरी 2023 में General Atlantic से ही $350 मिलियन का निवेश किया था। साथ ही पिछले ही महीनें इसने Walmart ने भी लगभग $200 मिलियन का निवेश हासिल किया।
इस तरह अकेले बीतें तीन महीनों में ही बेंगलुरु आधारित यह फिनटेक प्लेटफॉर्म लगभग कुल $750 मिलियन का निवेश प्राप्त कर चुका है।
बताते चलें कि यह नई पूँजी भी पिछले निवेशों की तरह $12 बिलियन के प्री-मनी वैल्यूएशन पर ही हासिल की गई है। इस नई राशि का इस्तेमाल कंपनी बीमा सेक्टर, धन प्रबंधन, लोन, स्टॉक ब्रोकिंग और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) आधारित खरीदारी और अकाउंट एग्रीगेटर्स जैसे कुछ नए व्यवसायों के निर्माण और उनके विस्तार के लिए करेगी।
दिसंबर 2022 में PhonePe पुनः बनी थी स्वतंत्र कंपनी
PhonePe की शुरुआत साल 2015 में Flipkart के पूर्व अधिकारियों समीर निगम (Sameer Nigam), राहुल चारी (Rahul Chari) और बुर्जिन इंजीनियर (Burzin Engineer) ने मिलकर की थी। इसके बाद Flipkart ने साल 2016 में PhonePe का अधिग्रहण कर लिया था।
लेकिन पिछले साल दिसंबर ही PhonePe ने Flipkart से अलग होकर एक स्वतंत्र कंपनी के बनने का ऐलान किया था।
कंपनी के अनुसार, फिलहाल इसके पास 400 मिलियन (40 करोड़) से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं का व्यापक आधार हैं।
वित्त वर्ष 2022 में PhonePe ने ₹2,014 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया था, जो वित्त वर्ष 2021 में ₹1,729 करोड़ से कहीं अधिक था।
UPI ऐप्स में सबसे आगे है PhonePe
ये इसलिए भी दिलचस्प हो जाता है क्योंकि नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा शेयर किए गए डेटा के मुताबिक, देश में यूपीआई (UPI) आधारित पेमेंट ऐप्स के बीच PhonePe करीब 46% से अधिक की बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे खड़ा दिखाई पड़ता है। देश में यह Google Pay, Paytm जैसी तमाम दिग्गज कंपनियों से मुकाबला करती है।
खास ये भी है कि कुछ ही हफ्ते पहले कंपनी ने ऑनलाइन कॉमर्स क्षेत्र में भी कदम रखते हुए Pincode नामक हाइपरलोकल कंज्यूमर ऐप लॉन्च किया है, जो असल में ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) प्रोटोकॉल पर आधारित है।
भारत का तीसरा सबसे मूल्यवान स्टार्टअप
गौर करने वाली बात है कि Flipkart और BYJU’S के बाद PhonePe देश की तीसरी सबसे अधिक मूल्यवान (वैल्यूएशन) वाली निजी कंपनी है।