Tata Group & Wistron Deal for iPhone Plant: जल्द ही भारत को Apple प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित अपनी पहली घरेलू प्रोडक्शन लाइन मिल सकती है। जी हाँ! शायद बहुत जल्द आपको एक प्रतिष्ठित भारतीय कंपनी देश के भीतर iPhones तैयार करती नजर आएगी।
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सामने आ रही नई खबरों के मुताबिक, देश की दिग्गज कंपनियों में शुमार, टाटा ग्रुप (Tata Grup) इसी अप्रैल महीनें के अंत तक विस्ट्रॉन (Wistron) के बेंगलुरु आधारित iPhone प्लांट के अधिग्रहण संबंधित डील को पूरा कर सकता है।
असल में Business Line की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर टेक दिग्गज Apple के तीन टॉप वेंडर्स में शामिल ताइवान आधारित विस्ट्रॉन (Wistron) की बेंगलुरु (कर्नाटक) स्थित एक मैनुफैक्चरिंग यूनिट को खरीदने के लिए टाटा ग्रुप (Tata Grup) अब पूरी तरह से तैयार हो गया है।
दोनों कंपनियाँ डील को इसी महीनें यानी अप्रैल के अंत तक अंतिम स्वरूप प्रदान कर सकती हैं। और एक बार इस अधिग्रहण डील को पूरा करने के बाद, देश के सबसे बड़े और पुराने औद्योगिक समूहों में से एक टाटा ग्रुप (Tata Group) Apple iPhones बनाने का काम करना शुरू कर देगी।
लेकिन साफ कर दें कि अभी तक दोनों पक्षों की ओर से इस विषय पर कोई भी आधिकारिक टिप्पणी या किसी प्रकार की कोई पुष्टि नहीं की गई है।
रिपोर्ट बताती है कि टाटा ग्रुप (Tata Group) ने प्लांट में अपनी आगामी योजनाओं को ध्यान रखते हुए, संगठनात्मक बदलाव करने की शुरुआत भी कर दी है।
Tata-Wistron Deal: क्या मौजूदा कर्मचारियों की होगी छंटनी?
सामने आया है कि अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत, इस प्लांट से जुड़े लगभग 2,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है। इसमें मध्य स्तर के लगभग 400 कर्मचारियों की छंटनी भी की जा सकती है।
रिपोर्ट की मानें तो, Wistron के इस बेंगलुरु प्लांट से जुड़े लगभग चार से पांच वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों को भी बाहर का रास्ता दिखाते हुए, कंपनी छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
पिछले साल नवंबर 2022 में सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया था कि Tata Group लगभग ₹4,000 करोड़ से ₹5,000 करोड़ में Wistron की इस मैनुफैक्चरिंग यूनिट को खरीदने की योजना बना रहा है।
यह भी संभावना जताई जा रही है कि अधिग्रहण के बाद, टाटा ग्रुप (Tata Group) की कोशिश होगी कि इस प्लांट में आगामी iPhone 15 मॉडल का निर्माण शुरू किया जा सके। बताते चलें, मौजूदा समय में Wistron के इस प्लांट की लगभग 8 प्रोडक्शन लाइनों में iPhone 12 और iPhone 14 का निर्माण किया जाता है।
Wistron कहेगा भारत को अलविदा?
वैसे इस अधिग्रहण के पूरा होने का मतलब यह भी होगा कि विस्ट्रॉन (Wistron) पूरी तरह से भारतीय बाजार से बाहर हो जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह देश में Apple प्रोडक्ट्स बनाने के लिए इस ताइवानी कंपनी का एकलौता प्लांट है।
फॉक्सकॉन (Foxconn), पेगाट्रॉन (Pegatron) और विस्ट्रॉन (Wistron) टेक दिग्गज Apple के तीन प्रमुख वेंडर्स/निर्माता मानें जाते हैं। ऐसे में गौर करने वाली बात ये भी है कि एक ओर जहाँ विस्ट्रॉन (Wistron) ने भारत छोड़ने का मन बना लिया है, वहीं फॉक्सकॉन (Foxconn), पेगाट्रॉन (Pegatron) देश में अपनी प्रोडक्शन लाइनों का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह तमाम कंपनियाँ भारत में सरकार की ‘प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम’ (PLI Scheme) का फायदा उठाते हुए, ‘मेक-इन-इंडिया’ पहल के तहत स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने में अपना योगदान दे रही हैं।
भारत में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहता है Apple
यह सब ऐसे समय में हो रहा है, जब Apple खुद भारत में, ‘मैन्युफैक्चरिंग क्षमता’ से लेकर ‘ग्राहक आधार’ तक बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम करते हुए, अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहता है।
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे मौजूदा तनाव के बीच, Apple ने यह ऐलान भी किया था कि कंपनी आने वाले सालों में अपने वैश्विक उत्पादन का लगभग 25% तक भारत में स्थानांतरित करने की योजना बना रही है।
कुछ ही दिनों पहले कंपनी ने एक नया इतिहास रचते हुए, भारत से एक महीने में $1 बिलियन से अधिक कीमतों के स्मार्टफोन्स निर्यात करने वाली पहली कंपनी होने का खिताब भी हासिल किया है।
हाल में कंपनी ने मुंबई स्थित बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में रिलायंस (Reliance) के ‘जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल’ (Jio World Drive Mall) में खुलने जा रहे, भारत के अपने पहले Apple Store – Apple BKC की पहली झलक भी पेश की है।