Air India to use ChatGPT for ticket pricing?: मौजूदा समय में क्रिप्टोकरेन्सी (Cryptocurrency) या मेटावर्स (Metaverse) की जगह खबरों में सिर्फ एक चीज छाई नजर आती है, जो है – आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई)। यह सिलसिला चैटजीपीटी (ChatGPT) की लोकप्रियता के साथ और बढ़ता जा रहा है।
एक तरफ ईलॉन मस्क (Elon Musk) समेत दुनिया भर के कई टेक दिग्गज आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के व्यापक होते रूप को लेकर चिंता जता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर तमाम पारंपरिक व्यवसाय, ChatGPT जैसी तकनीकों को एक बेहतर अवसर समझ इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।
इसी क्रम में टाटा ग्रुप (Tata Group) के मालिकाना हक वाली दिग्गज एयरलाइन कंपनी, एयर इंडिया (Air India) भी जल्द ChatGPT का इस्तेमाल करती नजर आ सकती है।
जी हाँ! Reuters के हवाले से सामने आई खबर के अनुसार, अब तक हवाई जहाज के टिकट का किराया आदि करने के लिए पुराने मैनुअल सिस्टम को इस्तेमाल करने वाली एयर इंडिया (Air India) अब बदलते वक्त के साथ कदम से कदम मिला कर चलना चाहती है।
असल में, एयर इंडिया (Air India) का इरादा एल्गोरिदम-आधारित सॉफ्टवेयर में शिफ्ट करने का है, जिसका इस्तेमाल इसके कुछ प्रतिद्वंदियों द्वारा पहले से ही किया जा रहा है।
हम सब जानते हैं कि कुछ ही समय पहले टाटा ग्रुप ने भारत सरकार से एयर इंडिया को खरीदते हुए, एक बार फिर इस कंपनी की कमान अपने हाथों में ली है। इसके बाद से ही कंपनी काफी आक्रामकता के साथ बाजार में अधिक से अधिक विस्तार करने की कोशिशें कर रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन्हीं कोशिशों के क्रम में अब एयर इंडिया (Air India) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित OpenAI के लोकप्रिय चैटबॉट ChatGPT के साथ नए एल्गोरिदम-आधारित सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग शुरू की है।
कंपनी का मानना है कि इस नए एल्गोरिदम-आधारित सॉफ्टवेयर सिस्टम के साथ, एयर इंडिया अपनी हर एक उड़ान में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा काम सकेगी।
Air India to use ChatGPT for ticket pricing?
खबरों की माऐं तो ChatGPT पर आधारित यह कथित एल्गोरिदम एयरलाइन को अपनी तमाम उड़ानों से संबंधित टिकटों की कीमतें (यानी हवाई किराया) निर्धारित करने में मदद करेगा।
असल में इस नए ‘रेवेन्यू मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर’ एयर इंडिया की कोशिश ये होगी कि हवाई जहाज की सीटों के प्रत्येक ब्लॉक के लिए एक समान किराया ही तय करने के पुराने तरीके को बदला जाए।
कंपनी नई प्रक्रिया के तहत यह अनुमान लागने की कोशिश करेगी कि ग्राहक किस सीट पर बैठना चाहते हैं और उसके लिए वह कितना पैसा खर्च करने को तैयार हैं।
ये इसलिए भी दिलचस्प हो जाता है क्योंकि टाटा ग्रुप के हाथ में आने के बाद, एयर इंडिया न सिर्फ अपने संचालन संबंधित तमाम पहलूओं पर फिर से काम करने, नए सिस्टम और सप्लाई चेन को अपनाने के प्रयास कर रही है, बल्कि Vistara के साथ विलय के चलते टाटा से संबंधित चार एयरलाइनों को एयर इंडिया के साथ एकीकृत करने का भी काम चल रहा है।
अब देखना ये है कि एयर इंडिया OpenAI द्वारा बनाए गए जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट ChatGPT का किस प्रकार इस्तेमाल करती है?
एक बार टेस्टिंग खत्म होने के बाद ही शायद यह स्पष्ट हो सके कि किराया तय करने के अलावा क्या कंपनी अपनी आधिकारिक बुकिंग साइट या अन्य चीजों के लिए भी इस एआई टूल का इस्तेमाल करती है या नहीं?