Bharat 6G Vision Document, 6G Testing Bed & More: बीतें कुछ दशकों से भारत टेक्नोलॉजी के मामले में ना सिर्फ दुनिया के साथ कदम से कदम मिला कर चल रहा है, बल्कि आगे बढ़कर दुनिया को नई राहें भी दिखा रहा है। इसी कड़ी में अब देश ने 5G के बाद 6G सेवाओं की ओर भी रूख किया है।
इसकी आधिकारिक शुरुआत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारा आज भारत 6G दृष्टि पत्र (विजन डॉक्यूमेंट) को पेश करते हुए की गई। इस अवसर पर, आज यानी 22 मार्च को पीएम मोदी ने विज्ञान भवन में ‘अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ‘ या ‘इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन‘ (ITU) के नए “एरिया ऑफिस और इनोवेशन सेंटर” का भी उद्घाटन किया। इसी के साथ ही यह देश में ITU का पहला एरिया ऑफिस और इनोवेशन सेंटर बन गया है।
बता दें, अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) असल में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के लिहाज से संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष संस्था है, जिसका मुख्यालय जिनेवा में स्थित है।
Bharat 6G Vision Document: भारत 6G दृष्टि पत्र
भारत 6G विजन डॉक्यूमेंट (TIG-6G) को ‘टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप’ द्वारा तैयार किया है, जिसका गठन नवंबर 2021 में किया गया था।
इसमें विभिन्न मंत्रालयों व विभागों, रिसर्च और डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, संस्थानों, टेलीकॉम कंपनियों और संबंधित क्षेत्रों के सदस्य शामिल हैं। इन्हें देश में 6G के विकास, प्लानिंग और आगामी रोडमैप को तैयार करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी।
PM Modi Launches 6G Test Bed
इसी के साथ ही प्रधानमंत्री ने देश में 6G अनुसंधान और विकास (R&D) टेस्ट बेड भी लॉन्च करी। आप शायद सोच रहें हों कि भला ये 6G टेस्ट बेड क्या चीज है?
असल में 6G टेस्ट बेड एक ऐसी जगह या प्लेटफॉर्म होगा, जहाँ तमाम स्टार्टअप्स, MSMEs, कंपनियाँ आदि 6G टेक्नोलॉजी के साथ अपने प्रोडक्ट्स व ऐप्स को टेस्ट और सत्यापित कर सकेंगे। आपको शायद याद होगा कि कुछ इसी तरीके से 5G टेस्ट बेड भी पेश की गई थीं।
इन 6G टेस्ट बेड के जरिए कंपनियाँ व संस्थान 6G तकनीक से जुड़ी रिसर्च, एडवांसमेंट, टेस्टिंग व एक्सपेरिमेंट को अंजाम दे सकते हैं, जिससे आगामी तकनीक को लेकर अभी से तैयारी शुरू की जा सके।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा;
“भारत उन देशों में से एक है जिसने सबसे तेजी से 5G मोबाइल तकनीक को पेश किया। शुरू के सिर्फ 120 दिनों में ही लगभग 125 शहरों में 5G का विस्तार कर लिया गया। और अब 5G तकनीक पेश करने के छह महीने के भीतर ही आज हम 6G के बारे में बात करना शुरू कर चुके हैं, यह देश की क्षमता को दर्शाता है।”
“वर्तमान समय में भारत दूरसंचार तकनीक को लेकर एक अहम निर्यातक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।”
पेश की गई Call Before You Dig ऐप
इस कार्यक्रम के दौरन, दिलचस्प रूप से ‘कॉल बिफोर यू डिग’ (Call Before You Dig) ऐप भी पेश की गई। यह ऐप खासकर ‘ऑप्टिकल फाइबर केबल’ जैसी चीजों को असंगठित रूप से होने वाली सड़कों की खुदाई के चलते पहुँचने वाले नुकसान को कम करने का काम करेगी।
पीएम मोदी द्वारा लॉन्च किए गए इस विशेष ऐप के जरिए पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी परियोजनाओं को भी आगे बढ़ाने में मदद मिल सकेगी।
एक अनुमान के मुताबिक, भारत में तमाम विभागों द्वारा अपने-अपने कामों का हवाला देते हुए, असंगठित रूप से की जाने वाली सड़कों की खुदाई के चलते, देश को हर साल हजारों करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ता है।