संपादक, न्यूज़NORTH
MSMEs registration portal Udyam crosses 1.5-crore mark: भारतीय अर्थव्यवस्था में हमेशा से ही सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) की एक बड़ी हिस्सेदारी रही है। देश में रोजगार सृजन के मामले में भी MSMEs आज भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। शायद यही वजह भी है कि देश की सरकारें लगातार MSMEs को बढ़ावा देने के प्रयास करते रही हैं, जिसका असर भी अब दिखने लगा है।
असल में सामने आए आँकड़ो के अनुसार, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के द्वारा पेश किए गए MSME पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) पोर्टल – Udyam पर अब कुल पंजीकृत MSMEs की संख्या 1.5 करोड़ के आँकड़े को पार कर गई है।
आपको बता दें, सरकार के MSME मंत्रालय द्वारा MSMEs का पुनर्वर्गीकरण करने के साथ ही कोविड महामारी के बाद 1 जुलाई, 2020 को Udyam पोर्टल लॉन्च किया था।
इस पोर्टल को पहले 50 लाख पंजीकरण के आँकड़े को पार करने में लगभग 15 महीनों का समय लगा था। वहीं अगले 50 लाख यानी कुल 1 करोड़ पंजीकरणों का लक्ष्य छूने के लिए इसे 11 महीनों का वक्त लगा, जो पिछले साल अगस्त में पूरा हुआ था।
लेकिन दिलचस्प रूप से अब अगले 50 लाख पंजीकरणों को पूरा करने और पोर्टल पर कुल MSME पंजीकरण के आँकड़े को 1.5 करोड़ तक ले जाने में सिर्फ लगभग सात महीने का ही समय लगा है।
जाहिर है पंजीकरण की रफ्तार में आई तेजी काफी अहमियत रखती है और MSME क्षेत्र की अनौपचारिक इकाइयों को औपचारिक मान्यता प्रदान करने के लिए मंत्रालय द्वारा पेश की गई प्रमुख पहलों की सफलता को दर्शाती है।
यह इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि एक आँकड़ो के मुताबिक, देश के MSME क्षेत्र में लगभग 6.3 करोड़ इकाइयाँ कार्यरत हैं, और इनमें से करीब 99 प्रतिशत तो ‘सूक्ष्म उद्यम’ के दायरे में ही आती हैं।
बताते चलें, भारत सरकार ने डिजिटल लेनदेन के चलते बैंकिंग तंत्र से जुड़े लेकिन जीएसटी पंजीकरण ना रखने वाले सूक्ष्म उद्यमों को औपचारिक रूप देने के लिए इस साल जनवरी में एक अलग उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म (Udyam Assist Platform या UAP) लॉन्च किया था।
इसके तहत बैंक अपने ‘सूक्ष्म उद्यम’ ग्राहकों के आवश्यक डेटा को UAP के साथ साझा करते हैं। इसके बाद इस डेटा को प्रमाणित किया जाता है और संबंधित सूक्ष्म उद्यम इकाई को Udyam पोर्टल पर पंजीकृत (रजिस्टर) कर लिया जाता है।
इस पहल के असर का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 19 मार्च, 2023 तक Udyam पोर्टल पर UAP के जरिए कुल 13.3 लाख सूक्ष्म इकाइयों को पंजीकृत कर लिया गया था।
इसलिए अगर UAP पंजीकरण को भी शामिल कर लिया जाए, तो Udyam पोर्टल पर अब पंजीकृत MSMEs की कुल संख्या 1.63 करोड़ के पार पहुँच गई है। इनके माध्यम से देश में कुल 10.81 करोड़ रोजगार पैदा होने का दावा भी किया जाता है।
कुल पंजीकृत MSMEs में से 1.57 करोड़ सूक्ष्म उद्यम इकाइयाँ हैं, वहीं 4.52 लाख लघु उद्यम और 40,667 मध्यम उद्यम इकाइयाँ शामिल हैं।
इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में MSME राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने बताया कि बीतें 8 सालों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को शिड्यूल्ड कमर्शियल बैंकों की ओर से मिलने वाले लोन में 71% की बढ़त दर्ज की गई है। साथ ही लोन प्राप्त करने वाले MSMEs लोन अकाउंट्स की संख्या में 201% की वृद्धि होने की भी बात सामने आई है।