PhonePe raises $200 million from Walmart: भारतीय फिनटेक बाजार हमेशा ही लोगों को हैरान करता रहा है। भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम में फिनटेक क्षेत्र लगातार सुर्खियों में बने रहने के लिए जाना जाता रहा है, क्योंकि यह सिर्फ 1 या 2 दिग्गज खिलाड़ियों तक सिमटा नहीं है, बल्कि कई बड़ी वैश्विक कंपनियों की निगाहें यहाँ पैर जमाने पर हैं।
इसी कड़ी में अब डिजिटल पेमेंट कंपनी PhonePe ने शुक्रवार को यह ऐलान किया कि इसने Walmart से $200 मिलियन (लगभग ₹1600 करोड़) का अतिरिक्त निवेश प्राप्त किया है। यह निवेश कंपनी को $12 बिलियन की प्री-मनी वैल्यूएशन पर मिला है।
इस वैल्यूएशन के साथ अब PhonePe भारत का सबसे मूल्यवान फिनटेक स्टार्टअप बन गया है। इस मामले में PhonePe ने Razorpay को पीछे छोड़ा है, जिसकी अंतिम वैल्यूएशन $7.5 बिलियन तक आँकी गई थी।
भारत में PhonePe की सीधी टक्कर Paytm और Google Pay से मानी जाती है। Paytm की मौजूदा वैल्यूएशन $5 बिलियन के करीब अनुमानित है।
आपको बता दें, प्राप्त की गई यह धनराशि असल में PhonePe के मौजूदा $1 बिलियन फंडिंग राउंड के ही हिस्से के रूप में मिली है।
दिलचस्प रूप से पिछले साल दिसंबर में भारतीय ई-कॉमर्स दिग्गज Flipkart से अपने स्वामित्व को पूरी तरह से अलग करने के बाद, यह PhonePe द्वारा हासिल की गई तीसरी निवेश किश्त है।
इस नई धनराशि के साथ, कंपनी हाल ही में अब तक कुल $650 मिलियन का निवेश प्राप्त कर चुकी है। याद दिला दें, इसी साल फरवरी में PhonePe ने Ribbit Capital, TVS Capital Funds और Tiger Global से $100 मिलियन का निवेश हासिल किया था।
वहीं इसके पहले कंपनी ने General Atlantic से भी $350 मिलियन का प्राथमिक पूँजी निवेश प्राप्त करने का ऐलान किया था।
यह निवेश ऐसे वक्त में आया है, जब कुछ ही दिनों पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें कहा गया था कि Flipkart के सह-संस्थापक, बिन्नी बंसल (Binny Bansal) PhonePe में $100-150 मिलियन (लगभग ₹800 करोड़ से ₹1,000 करोड़ के बीच) निवेश कर सकते हैं।
बता दें, Flipkart ने साल 2016 में PhonePe का अधिग्रहण कर लिया था और कहा जाता है कि तब बिन्नी बंसल ने इस अधिग्रहण में एक अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन दिसंबर, 2022 में कंपनी ने वापस खुद को एक स्वतंत्र इकाई के रूप में स्थापित कर लिया। लेकिन दोनों कंपनियों पर (अब स्वतंत्र रूप से) मालिकाना हक आज भी Walmart का ही है।
कंपनी की मानें तो यह इन निवेशों का इस्तेमाल बीमा सेक्टर, धन प्रबंधन, लोन, स्टॉक ब्रोकिंग और Open Network for Digital Commerce (ONDC) आधारित खरीदारी और अकाउंट एग्रीगेटर्स जैसे कुछ नए व्यवसायों के निर्माण और उनके विस्तार के लिए करेगी।
जाहिर है ये भारी निवेश PhonePe को देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) बाजार में भी अपनी पैंठ को मजबूत करने में मदद करेगा, जिसमें पहले से ही इसका दबदबा बना हुआ है।
PhonePe की शुरुआत साल 2015 में Flipkart के के पूर्व अधिकारियों समीर निगम (Sameer Nigam), राहुल चारी (Rahul Chari) और बुर्जिन इंजीनियर (Burzin Engineer) ने मिलकर की थी। कंपनी के अनुसार, फिलहाल इसके पास 400 मिलियन (40 करोड़) से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं का व्यापक आधार हैं।