OpenAI GPT-4 vs ChatGPT: आज से लगभग 4-5 महीनें पहले Open AI ने अपना आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स (एआई) आधारित चैटबॉट, चैटजीपीटी (ChatGPT) पेश किया था। और आज इसकी लोकप्रियता के बारे में शायद ही आपको कुछ बताने की जरूरत है। ChatGPT लगभग हर दिन अपने नए-नए तरीकों से हो रहे इस्तेमाल के कारण सुर्खियों में बना रहता है।
लेकिन ऐसा लगता है कि Microsoft समर्थित OpenAI इतने से खुश नहीं है और यह इस तकनीक को और एडवांस लेवल पर ले जाना चाहती है। इसलिए अब कंपनी ने आज अपना नया मल्टीमॉडल एआई टूल – जीपीटी-4 (GPT-4) लॉन्च कर दिया है।
क्या है OpenAI GPT-4?
इस नए GPT-4 को पेश करते हुए कंपनी का दावा है कि यह कई मामलों में मौजूदा चैटजीपीटी की तुलना में अधिक ‘मानव स्तर’ की प्रतिक्रियाएँ व परफॉर्मेंस देता नजर आ सकता है।
कंपनी द्वारा साझा किए गए एक ब्लॉग पोस्ट में बताया गया कि यह एक नई एआई मल्टीमॉडल टेक्नोलॉजी पर आधारित है। आपके मन में शायद सवाल उठा हो कि भला इसका मतलब क्या हुआ?
असल में सरल शब्दों में कहें तो नया GPT-4 मौजूदा ChatGPT बॉट से विपरीत, टेक्स्ट (Texts) और तस्वीरों (Photos) दोनों तरीके के इनपुट पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे सकता है।
कंपनी का ये नया लैंग्वेज मॉडल असल में मौजूदा GPT-3.5 तकनीक का उन्नत संस्करण कहा जा सकता है। ‘GPT’ का मतलब होता है ‘जनरेटिव प्री-ट्रेन ट्रांसफॉर्मर’, जो लगभग हूबहु इंसानों की तरह की टेक्स्ट आदि लिख सकता है।
इन दोनों मॉडलों के बीच के अंतर को समझने के लिए, OpenAI की ओर से कई टेस्ट भी किए गए, जिसमें कुछ ऐसे इग्ज़ाम्स (परीक्षाएं) भी शामिल थे, जो मूल रूप से इंसानों के लिए डिजाइन किए गए थे। दिलचस्प ये है कि कंपनी ने GPT-4 के साथ इन परीक्षाओं के लिए कोई खास ट्रेनिंग नहीं की थी, लेकिन इसके बाद भी नतीजें काफी प्रभावशाली कहे जा सकते हैं।
कंपनी के दावे के मुताबिक, GPT-4 मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों – रचनात्मकता (Creativity), तस्वीरों की समझ (Visual Comprehension) और संदर्भ (Context) को लेकर अधिक बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम है।
खास ये भी है कि टेक्स्ट वाले डॉक्युमेंट्स, फोटोग्राफ, चित्रों या स्क्रीनशॉट आदि के संदर्भ में भी GPT-4 के प्रदर्शन की क्षमताएं वैसी ही हैं, जैसे सिर्फ टेक्स्ट इनपुट में है।
किनके लिए है उपलब्ध?
OpenAI ने फिलहाल GPT-4 को सिर्फ पेड (Paid) ग्राहकों के लिए ही उपलब्ध करवाया है, यानी इसके लिए आपको ChatGPT Plus प्लान लेना होगा। वहीं बात की जाए डेवलपर्स की तो उन्हें API एक्सेस करने के लिए वेटलिस्ट में साइन अप करना होगा।
बताते चलें कि हाल में ही सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, ChatGPT ने WhatsApp आदि को पीछे छोड़ते हुए, सिर्फ 2 महीनें में 10 करोड़ उपयोगकर्ता आधार हासिल करने का कीर्तिमान स्थापित किया।