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Airtel और Paytm बैंकों का हो सकता है विलय, सुनील मित्तल खरीदेगें हिस्सेदारी: रिपोर्ट

Paytm Revenue Jumps 52% 

Credit: Wikimedia Commons

Airtel and Paytm Banks Merger?: इस बात में कोई शक नहीं है कि भारत का फिनटेक बाजार इस वक्त तेज रफ्तार से बढ़ रहा है और हर छोटी बड़ी कंपनी इस क्षेत्र की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए, अपना अपना दाँव लगाने के अवसर तलाश रह रही है।

देश में इंटरनेट और स्मार्टफोन के होते प्रसार के बीच, यूपीआई (UPI) जैसी मनी ट्रांसफर तकनीक, डिजिटल लेडिंग (लोन) की बढ़ती माँग आदि को देखते हुए, फिनटेक क्षेत्र से जुड़े कई मौजूदा खिलाड़ी बाजार में अधिक से अधिक हिस्सेदारी हासिल करने की कोशिशों में हैं। और अब ऐसी ही कुछ कोशिशें एयरटेल (Airtel) भी करता नजर आ रहा है।

जी हाँ! सामने आई खबरों के मुताबिक, टेलीकॉम दिग्गज कंपनी भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के चेयरमैन सुनील मित्तल (Sunil Mittal) कंपनी की फाइनेंशियल सर्विस इकाई यानी एयरटेल पेमेंट्स बैंक (Airtel Payments Bank) और पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के विलय या कहें तो मर्जर के प्रयास कर रहे हैं।

Airtel & Paytm Banks Merger Talk

असल में Bloomberg की एक रिपोर्ट के अनुसार, सुनील मित्तल इस विलय के तहत Paytm में हिस्सेदारी हासिल करने की भी कोशिशों में हैं। इसलिए वह इसे एक स्टॉक डील की तरह अंजाम देना चाहते हैं, जिसके बाद सुनील मित्तल Paytm के शेयरहोल्डर बन जाएँगे। ये भी कहा जा रहा है कि सुनील मित्तल कंपनी के मौजूदा स्टेकहोल्डर्स से भी कुछ शेयर खरीद सकते हैं।

वैसे साफ कर दें कि रिपोर्ट में कहा गया है कि इस डील को लेकर चल रही बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। और अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

लेकिन ये अटकलें बाजार में बड़ी हलचल पैदा कर चुकी हैं। शुक्रवार को इस खबर के सामने आने के बाद, Paytm पर मालिकाना हक रखने वाली कंपनी One97 Communications Ltd के शेयरों की कीमत बीएसई पर 2.55% बढ़कर ₹622 तक पहुँच गई।

ये इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि एयरटेल पेमेंट्स बैंक (Airtel Payments Bank) के पास देश भर में फिलहाल 130 मिलियन (13 करोड़) का विशाल ग्राहक आधार है। दिलचस्प ये है कि ये बैंक इकाई लाभदायक भी बन चुकी है।

ये पहली बार नहीं है जब Google समर्थित Airtel ने Paytm के साथ ऐसी किसी डील को लेकर बातचीत शुरू की हो। असल में पहले भी ऐसे प्रयास हो चुके हैं, लेकिन इस बार मामला दिलचस्प है।

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ऐसा इसलिए क्योंकि शेयर बाजार में Paytm की हालत बहुत ठीक नहीं है। याद दिला दें कंपनी ने साल 2021 में अपना आईपीओ लॉन्च हुआ था।

लेकिन कुछ ही समय के भीतर इसे दशक का सबसे फ्लॉप आईपीओ करार दिया जाने लगा, क्योंकि इसने अब तक लगभग 60% तक की गिरावट दर्ज की है, और यह अपने इश्यू प्राइस ₹2150 के स्तर को वापस नहीं छू सका है। जाहिर है ऐसे में सबसे बड़ा नुकसान इसके निवेशकों को हुआ है।

लेकिन हाल में कंपनी के शेयरों के साथ ही तिमाही नतीजों में भी कुछ सुधार देखने को मिले, जिन्होंने कंपनी को थोड़ी राहत जरूर दी। आँकड़ो की बात करें तो Paytm ने अपने ऋण वितरण व्यवसाय के तहत दिसंबर तिमाही में ₹9,958 करोड़ के 10.5 मिलियन लोन बाँटने का दावा किया।

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