Google Bard AI Chatbot: हम सब जानते हैं कि दुनिया भर में OpenAI द्वारा बनाए गए ChatGPT एआई चैटबॉट की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है, और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), वित्तीय व तकनीकी रूप से इसका समर्थन भी कर रहा है।
लेकिन इन सब के चलते, टेक दिग्गज गूगल (Google) काफी बेचैन या आजकल की भाषा में कहें तो ‘FOMO’ महसूस कर रहा था।
लगातार खबरें आ रही थीं कि गूगल भी ChatGPT को टक्कर देने के लिए तैयारी कर रहा है। और अब इंतजार को खत्म करते हुए, Google ने अपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट, ‘Bard’ (बार्ड) पेश कर दिया है।
Google के LaMDA लैग्वेज मॉडल पर आधारित है Bard Chatbot
जी हाँ! बार्ड एआई चैटबॉट (Bard AI Chatbot) असल में गूगल के मौजूदा व्यापक लैग्वेज मॉडल – लैम्डा (LaMDA) पर आधारित है। एक ब्लॉगपोस्ट के जरिए, इसका ऐलान करते हुए, गूगल के सीईओ – सुंदर पिचाई ने बताया कि Bard AI असल में कंपनी के मौजूदा विशाल लैग्वेज मॉडल की क्षमताओं और रचनात्मकता के साथ, दुनिया को एक नया अनुभव प्रदान करेगा।
पिछले हफ्ते ही सुंदर पिचाई ने कंपनी की राजस्व रिपोर्ट पेश करने के दौरान इस एआई चैटबॉट सर्विस के लॉन्च की ओर इशारा किया था। तब यह कहा गया था कि उपयोगकर्ता “Search सर्विस के एक नए साथी के रूप में” कंपनी के लैग्वेज मॉडल को इस्तेमाल कर सकेंगे।
इस बीच पिचाई ने कहा;
“गूगल हमेशा से ये कोशिश करता रहा है कि इसकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाएं बेहतर और जिम्मेदार हों।”
जाहिर है, शायद इस बयान के साथ वह, एआई तकनीक से संभावित खतरे को लेकर तमाम जानकारों द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर भी Bard की ओर से स्पष्टीकरण देने का प्रयास कर रहे थे।
कंपनी ने सीईओ ने बताया कि शुरुआत में Bard एआई चैटबॉट LaMDA के हल्के वर्जन पर काम करेगा, जिससे कम ऊर्जा खपत के साथ, इसे अच्छे से इस्तेमाल किया जा सके।
बताते चलें कि, इसके साथ ही गूगल ने अपने मौजूदा सर्च इंजन के लिए नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल्स की भी घोषणा की हैं।
कैसे इस्तेमाल करें Google Bard AI Chatbot?
हम यह साफ कर दें कि फिलहाल गूगल ने Bard चैटबॉट को ‘विश्वसनीय टेस्टर्स’ के एक सीमित समूह के लिए ही पेश किया है। एक बार जब ये टेस्टर्स इसको इस्तेमाल करते हुए, अपना फीडबैक कंपनी को दे देंगे, तब कंपनी आने वाले हफ़्तों में इसे आम जनता के लिए लॉन्च कर देगी।
दिलचस्प ये है कि गूगल ने यह सर्विस ऐसे वक्त में पेश की है जब कंपनी के लिए इसके प्रमुख व्यवसाय यानी Search इंजन को लेकर, नए सिरे से Microsoft द्वारा चुनौती मिलती नजर आने लगी थी।
असल में Microsoft ने हाल ही में ChatGPT को बनाने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च लैब, OpenAI में $10 बिलियन के निवेश का ऐलान किया था, जिससे यह अपने मौजूदा सॉफ्टवेयर में तमाम नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमताओं को जोड़ सके।
इसके कुछ ही दिनों बाद, यह रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि Google Search के प्रतिद्वंदी Microsoft Bing सर्च इंजन में ChatGPT क्षमताओं को जोड़ दिया गया है। ऐसे में साफ है गूगल कहीं न कहीं सर्च इंजन व्यवसाय में अपनी पकड़ खोने के डर से, इसका जवाब पेश करना चाहता है।