Binance vs WazirX: क्रिप्टो बाजार के लिए, मौजूदा समय शायद बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, खासकर भारत में! एक तरफ जहाँ पहले से ही आरबीआई लगातार क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ अपने रूख सार्वजनिक कर रहा है, वहीं दूसरी ओर विवाद भी क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनियों का साथ नहीं छोड़ रहे हैं।
हाल का FTX विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि अब दो अन्य दिग्गज क्रिप्टो एक्सचेंज Binance और WazirX के बीच दुश्मनी की खाई और गहरी होती दिखाई दे रही है। और ताजा खबर के मुताबिक, अब Binance ने WazirX के लिए अपनी वॉलेट सर्विस को भी बंद कर दिया है।
Binance ने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX का संचालन करने वाली Zanmai Labs को यह कहा है कि वह Binance Wallet में रखे गए अपने सभी फंड को तुरंत वापस ले ले।
सार्वजनिक रूप से साझा किए गए एक ब्लॉग पोस्ट में Binance ने कहा,
“क्योंकि Zanmai Labs ने अपने द्वारा दिए भ्रामक बयानों को स्पष्ट करने से मना कर दिया है, इसलिए Zanmai के पास WazirX के संचालन के लिए इस्तेमाल हो रहे अकाउंट्स से धन वापस निकालने के लिए 3 फरवरी, 2023 (23:59 UTC) तक का ही समय है।”
Binance का कहना है कि इसने पिछले महीने के अंत में Zanmai Labs से ‘झूठे सार्वजनिक बयानों’ को वापस लेने या फिर वॉलेट सर्विस के इस्तेमाल को बंद करने के लिए बातचीत की कोशिश की थी।
अपने ब्लॉग में Binance ने कहा;
“हमारी तरफ से हम, इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इसीलिए हमने, अपवाद स्वरूप, 3 फरवरी के बाद भी प्रासंगिक खातों में किसी भी शेष संपत्ति को निकालने की व्यवस्था के लिए Zanmai Labs को आमंत्रित किया है। लेकिन इसके बाद भी Zanmai Labs की यह ज़िम्मेदारी है कि वह जल्द से जल्द फ़ंड निकाल ले।”
इससे ये तो साफ है कि भले एक ओर ग्राहकों की ये चिंता शायद खत्म हो जाए कि Binance और WazirX के बीच आपसी सहयोग समाप्त होने पर उनके पैसों का क्या होगा। लेकिन इस कदम ने, इन दो दिग्गज क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच लड़ाई को और बढ़ा जरूर दिया है।
Binance vs WazirX: क्या है विवाद?
असल में यह पूरा मामला संबंधित है, एक कथित भ्रामक बयान से, जो दोनों कंपनियों के सह-संस्थापकों, चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) और निश्चल शेट्टी ( Nischal Shetty) के बीच के सार्वजनिक विवाद से जुड़ा हुआ है।
आपको बता दें नवंबर 2019 में, दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज Binance ने कथित रूप से एक ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित किया, जिसमें कहा गया था कि उसने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX को खरीद लिया है। इस अधिग्रहण को लेकर WazirX के अधिकारियों ने भी खुलकर बयान जारी किए थे।
लेकिन पिछले साल जब WazirX के मुंबई स्थित ऑफिस पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों द्वारा 16 फिनटेक कंपनियों को मनी लॉन्ड्रिंग में मदद करने के कथित आरोपों को लेकर छापे मारे गए, तभी से इन दोनों कंपनियों के बीच विवाद गहराता चला गया।
छापों के तुरंत बाद ही Binance ने खुद को WazirX से दूर करने की कोशिश की। Binance ने अधिग्रहण के उस ब्लॉग पोस्ट को संशोधित करते हुए, लिखा कि लेन-देन “कुछ संपत्तियों और बौद्धिक संपदा को खरीदने के लिए हुए एक समझौते तक ही सीमित था।”
इसके बाद Binance के सीईओ, Changpeng “CZ” Zhao ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि Binance के पास WazirX का संचालन करने वाली कंपनी Zanmai Labs में कोई इक्विटी नहीं है।
Quick thread on Binance and WazirX, and some incorrect reporting.
Binance does not own any equity in Zanmai Labs, the entity operating WazirX and established by the original founders.
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— CZ 🔶 Binance (@cz_binance) August 5, 2022
Zhao ने कहा था;
“Binance असल में WazirX को वॉलेट सर्विस प्रदान करता है। WazirX की डोमेन का कंट्रोल हमें स्थानांतरित कर दिया गया है। हमारे साथ AWS अकाउंट का एक्सेस साझा किया गया है। हम WazirX को बंद कर सकते थे। लेकिन हमनें ऐसा नहीं किया क्योंकि उससे यूजर्स को परेशानी होती।”
वहीं इसके बाद मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ WazirX के सह-संस्थापक ने यह कहा था कि WazirX एक टेक्नोलॉजी है, जो Binance को बेंच दी गई थी। उनके पास इस डील से जुड़े आधिकारिक दस्तावेज हैं, लेकिन क़ानूनी कारणों का हवाला देते हुए, उन्होंने यह सार्वजनिक नहीं किए।