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Hindenburg vs Adani: अडानी ग्रुप को लेकर मूडीज का बयान, “फंड जुटाने में हो सकती है दिक्कत”

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Image Credit: Wikimedia Commons | Image is just for representation purpose only.

Moody’s on Adani Group: हिंडनबर्ग द्वारा जारी रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप और इसके मालिक गौतम अडानी की मुश्किलें थमती दिखाई नहीं दे रही हैं। एक के बाद एक, ना सिर्फ भारत में बल्कि तमाम वैश्विक एजेंसियाँ भी अब इस मामले को गंभीरता से लेती नजर आ रही हैं।

और इन सब बीच अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपिनयों के शेयरों के दाम लगातार गिरते नजर आ रहे हैं। सामने आई खबरों के मुताबिक, बीते 7 दिनों में अडानी ग्रुप की मार्केट वैल्यू कुल रूप से लगभग $108 बिलियन कम हो चुकी है।

और अब ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने भी हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को लेकर एक बड़ा बयान जारी किया है। असल में मूडीज का कहना है कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के बाद, एजेंसी अब अडानी ग्रुप की के शेयरों या कहें तो कंपनी की ‘फाइनेंसियल फ्लेक्सिबलटी’ का आँकलन करेगी।

Moody’s on Adani Group

खबरों के मुताबिक, मूडीज (Moody’s) ने अडानी ग्रुप की 3 कंपनियों की वित्तीय हालत का मूल्यांकन शुरू किया है।

दिलचस्प ये है कि अडानी ग्रुप की 3 कंपनियों – अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी ट्रांसमिशन कंपनी (Adani Transmission Company) को मूडीज से रेटिंग मिली हुई है।

ऐसे में मूडीज ने फिलहाल ये तो साफ कर दिया है कि इसने अभी तक इन तीनों कंपनियों की रेटिंग में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है।

इतना ही नहीं बल्कि मूडीज की सहायक इकाई, ICRA के बयान के अनुसार, वह अडानी ग्रुप पर हाल की तमाम घटनाओं के प्रभाव पर नजर बनाए हुए, और स्थिति का जायज़ा ले रही थी।

आपको बता दें, फिलहाल चौतरफा मार झेल रही गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप ने, बीते दिनों ही अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के ₹20,000 करोड़ के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को रद्द करने का ऐलान किया। इसके बाद से शेयर बाजार में कंपनी को और नुकसान होता नजर आया।

असल में, अमेरिकी रिसर्च एजेंसी हिंडनबर्ग द्वारा रिपोर्ट पेश किया जाने के बाद से, अडानी ग्रुप के द्वारा लिए गए कर्जो आदि को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है।

बता दें हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप तथा इसकी सहायक कंपनियों पर स्टॉक मार्केट में हेरफेर व अकाउंटिंग फ्रॉड जैसे आरोप लगाए गए हैं।

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वैसे कंपनी ने भी अपनी ओर से लगभग 413 पन्नों का जवाब दिया, लेकिन उसके बाद भी शेयर बाजार में इसकी स्थिति में कोई सुधार होता नजर नहीं आया है।

Adani Enterprises to be out of Dow Jones Sustainability Indices

बता दें आज ही अमेरिका के डाउ जोंस सस्टेनिबिलिटी इंडेक्स (Dow Jones Sustainability Indices) से अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर को बाहर किए जाने की खबर भी सामने आई। बताया गया कि मौजूदा हालातों और शेयरों में लगातार जारी भारी गिरावट की वजह से यह फ़ैसला किया गया है।

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