Swiggy Layoffs: बीते साल 2022 के बाद, नए साल में लोगों की उम्मीदें थीं कि शायद छंटनियों का दौर कम हो जाए। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बल्कि इसके उलट, सामने आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल की शुरुआत से अब तक के समय में ही लगभग 92 कंपनियाँ 34,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकीं हैं।
और ये लिस्ट रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अब लोकप्रिय भारतीय फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy भी लगभग 8 से 10 प्रतिशत कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
जी हाँ! Financial Express की एक हालिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह सामने आया है कि Swiggy द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही इस छंटनी के चलते कंपनी अपने आगामी आईपीओ (IPO) से पहले राजस्व रिपोर्ट में लाभ दर्ज करना चाहती है।
आपको बता दें फिलहाल Swiggy में लगभग 6,000 कर्मचारी काम करते हैं और अगर इस रिपोर्ट की मानें तो 8 से 10 प्रतिशत के हिसाब से अलगभग 600 कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक व्यापक तौर पर की जा रही इस छंटनी से प्रोडक्ट, इंजीनियरिंग और ऑपरेशन डिपार्टमेंट के कर्मचारी सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
आगे यह भी बताया गया है कि अक्टूबर 2022 में अपनी परफॉर्मेंस रिव्यू प्रक्रिया को पूरा करने के बाद कंपनी ने सभी कर्मचारियों को फिलहाल परफॉर्मेंस इंप्रुवमेंट प्लान (PIP) के तहत रखा है।
कथित रूप से Swiggy ने 0-5 के पैमाने पर सभी कर्मचारियों के लिए एक रेटिंग प्रणाली बनाई है और जिन्हें 2 रेटिंग मिली हुई है, उन्हें PIP के बारे में सूचित किया गया था और रिपोर्ट के अनुसार छंटनी में उनके कर्मचारियों को निकालने जाने की संभावना सबसे अधिक है।
Swiggy Layoffs: क्या है वजह?
बता दें कि साल 2022 में Swiggy ने राजस्व आँकड़ो में घाटे की दोगुनी से अधिक बढ़त दर्ज की, और वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का घाटा ₹3,628.90 करोड़ रहा। वैसे इस घाटे की वजह कंपनी द्वारा अपने सकल राजस्व में वृद्धि के प्रयासों को माना जाता रहा है।
असल में वित्त वर्ष 2022 में Swiggy का सकल राजस्व लगभग 124% बढ़ते हुए ₹5,705 करोड़ हो गया था, जो वित्त वर्ष 21 में सिर्फ ₹2,547 करोड़ रहा था। लेकिन इसके बाद भी जानकारों के अनुसार, Zomato तेजी से Swiggy की बाजार हिस्सेदारी छीन रहा है।
ख़बरों के अनुसार, Swiggy ने भारत समेत वैश्विक रूप से टेक कंपनियों के शेयरों की खराब हालत को देखते हुए SEBI के पास अपने आईपीओ से संबंधित प्रारंभिक कागजात दाखिल करने में देरी करने का फ़ैसला किया था। लेकिन नई जानकारी के अनुसार, कंपनी कथित रूप से दिसंबर 2023 तक IPO संबंधित दस्तावेजों को दायर कर सकती है।