Startup Funding – Virohan: जैसे-जैसे देश भर में इंटरनेट की पहुँच बढ़ रही है, वैसे ही पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा भी बाजार का स्वरूप व्यापक हो रहा है। इसी में से एक है हेल्थकेयर एडटेक क्षेत्र, जिसमें कार्यरत स्टार्टअप्स अब भारतीय बाजार में मौजूद संभावनाओं को भुनानें की कोशिशें तेज करते नजर आ रहे हैं।
इन्हीं में से एक है गुरुग्राम आधारित हेल्थकेयर एडटेक स्टार्टअप Virohan, जिसमें अपने प्री-सीरीज बी1 फंडिंग राउंड में $7 मिलियन (~ ₹57 करोड़) का निवेश हासिल किया है। कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Blume Ventures ने किया।
साथ ही इस निवेश दौर में Bharat Inclusion Seed Fund, Rebright Partners समेत अन्य ने भी अपनी-अपनी भागीदारी दर्ज करवाई। बता दें इस नए निवेश के साथ ही कंपनी द्वारा अब तक हासिल किए गए कुल निवेश का आँकड़ा $11 मिलियन पहुँच गया है।
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कंपनी द्वारा जारी बयान के अनुसार, प्राप्त की गई इस धनराशि का इस्तेमाल भारत में 200 से अधिक नए परिसरों का विस्तार करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किया जाएगा।
जाहिर ही इस नए निवेश के चलते अब कंपनी को नए ट्रेनिंग प्रोग्राम को बनाने और उसे लॉन्च करने में मदद मिलेगी। कंपनी अपने ओमनीचैनल ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म और स्थानीय भाषाओं में कंटेंट का भी विस्तार करती नजर आएगी।
इतना ही नहीं बल्कि कंपनी इस फंडिंग के साथ ALES और Rebright Partners की मदद से जापानी बाजारों में भी विस्तार करने का इरादा रखती है।
Virohan की शुरुआत साल 2018 में कुनाल डुडेजा (Kunaal Dudeja), नलिन सलूजा (Nalin Saluja) और अर्चित जायसवाल (Archit Jayaswal) ने मिलकर की थी। ये स्टार्टअप बतौर हेल्थकेयर एडटेक प्लेटफॉर्म है, एलाइड हेल्थकेयर प्रोग्राम्स (Allied Healthcare Programs या AHP) में छात्रों को ट्रेनिंग देने का काम करता है।
AHPs असल में हेल्थकेयर इंडस्ट्री मीन काम करने वाले टेकनीशियन होते हैं, जो इस क्षेत्र में कुल कार्यरत कर्मचारियों का लगभग 60% हिस्सा हैं। इसमें फ्लेबोटोमिस्ट, मेडिकल लैब टेकनीशियन और ऑपरेटिंग थियेटर टेकनीशियन आदि शामिल होते हैं।
Virohan के दावे के अनुसार, इसने अब तक अपने पाठ्यक्रमों के तहत करीब 7,000 छात्रों को ट्रेनिंग प्रदान की है और कंपनी का ये भी कहना है कि इसने कोर्स कम्प्लीट करने के लिहाज से 96% दर और कोर्स खत्म होने के 1 महीनें के भीतर 98% प्लेसमेंट दर दर्ज की है।
गौर करने वाली बात ये भी है कि अपने छात्रों को इंटर्नशिप और नौकरी दिलवाने में मदद करने के लिए कंपनी Fortis Escorts, 1MG, Dr. Lal Path Labs, Sarvodaya Healthcare, Healthians जैसे लगभग 1,000 भागीदारों के साथ काम करती है।
इस नए निवेश को लेकर, कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ, कुणाल ने कहा;
“यह निवेश इस बात को साबित करता है कि हमारा प्रोडक्ट बाजार के लिहाज से फिट, प्रभावी और लाभप्रद बिजनेस मॉडल पर आधारित है।”
“आने वाले 18 महीनों में, कंपनी तमाम स्टेकहोल्डर्स (छात्रों, विश्वविद्यालय/कॉलेज और चिकित्सा संस्थानों) के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करते हुए 10,000 से अधिक छात्रों को ट्रेनिंग प्रदान करने का काम करेगी।”
इस बीच कंपनी ने ‘बीसीजी-नीति आयोग’ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत को AHPs टेकनीशियनों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें लगभग 50 लाख कर्मचारियों का अंतर है, जो 2028 तक 3.5 करोड़ तक होने का अनुमान है।