संपादक, न्यूज़NORTH
Bumble Bee Flights raises ₹300 Cr to build autonomous Air Taxis: अक्सर फ़िल्मों में नजर आने वाली ‘एयर टैक्सी’ खासकर ‘ऑटोनॉमस एयर टैक्सी‘ जल्द ही भारत में एक हकीकत का रूप ले सकती है। इस दिशा में कुछ कंपनियाँ प्रयास भी कर रही हैं और जिन पर निवेशक भी बड़े पैमानें पर भरोसा जताने लगे हैं।
इन्हीं में से एक बेंगलुरु आधारित ऑटोनॉमस एयर मोबिलिटी सामाधन प्रदाता कंपनी, Bumble Bee Flights ने $37 मिलियन (लगभग ₹300) करोड़ का निवेश हासिल किया है। कंपनी को यह निवेश ब्रिटेन आधारित SRAM & MRAM Technologies and Resources Limited से मिला है।
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दिलचस्प बात ये है कि Bumble Bee Flights वही कंपनी है जिसने एयर एम्बुलेंस, एयर टैक्सी, लॉजिस्टिक्स, मनोरंजक और रक्षा क्षेत्र संबंधित प्रयोगों आदि को लेकर भारत का पहला ऑटोनॉमस एयर मोबिलिटी समाधान डिजाइन और विकसित किया है।
Bumble Bee Flights के मुताबिक, प्राप्त की गई इस धनराशि का इस्तेमाल एयर टैक्सियों के निर्माण के लिए ओडिशा में एक असेंबली प्लांट स्थापित करने में किए जानें की योजना बनाई जा रही है।
इन एयर टैक्सियों का पहला प्रोटोटाइप अप्रैल, 2023 तक लॉन्च करने की उम्मीद जताई गई है। कंपनी इन एयर टैक्सियों का निर्माण ‘Bee Flights’ ब्रांड के तहत करेगी। इतना ही नहीं बल्कि ये एयर टैक्सियाँ साल 2024 तक उत्पादन के लिहाज से सर्टिफाइड और उपलब्ध हो जाएँगी।
Bumble Bee Flights raises ₹300 Cr to build autonomous Air Taxis
Bumble Bee Flights की शुरुआत साल 2022 में ही सीरियल एंटरप्रेन्योर और एयर मोबिलिटी सॉल्यूशंस के विशेषज्ञ अर्जुन दास (Arjun Das) ने की थी। इस मौके पर अर्जुन ने कहा;
“eVTOL (इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग) एयरक्राफ़्ट असल में मोबिलिटी और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र का भविष्य हैं। ये ऑटोनॉमस एयर टैक्सियां न सिर्फ बोझिल शहरी सड़कों के ट्रैफ़िक लोड आदि को कम करने में मदद करेंगी, बल्कि इनसे कार्बन फुटप्रिंट्स को भी कम करने में मदद मिलेगी।
“हमारा मकसद भविष्य के मोबिलिटी को सस्ता, तेज और अधिक टिकाऊ बनाने का है।”
असल में Bumble Bee Flights की ये एयर टैक्सियाँ सोलर एनर्जी (सौर ऊर्जा) से चार्ज होने वाली स्वैपेबल बैटरियों द्वारा संचालित होंगी। कंपनी के अनुसार, वे 20 मिनट में लगभग 20 किमी की दूरी तक उड़ान भर सकनें में सक्षम होंगी।
इन एयर टैक्सियों में एक सूटकेस के साथ एक व्यक्ति को ले जाने की क्षमता होगी। गौर करने वाली बात ये है कि जहाँ एक ओर हेलीकॉप्टरों को विशेष हेलीपैड की जरूरत पड़ती है, वहीं इसके विपरीत इन एयर टैक्सियों को अपार्टमेंट की छत पर भी उतरा जा सकेगा।
ये इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक रूप से एयर मोबिलिटी बाजार 2021 और 2040 के बीच सालाना 30% की दर से बढ़त दर्ज कर सकता है, जो 2040 तक $1.5 ट्रिलियन तक पहुंच जाएगा।