Google India earns ₹24,926.5 crore as Ads’ revenue in FY22: आज दुनिया इस बात को बखूबी जानती हैं कि तमाम टेक दिग्गज कंपनियों के लिए भारत का बाजार कितनी अहमियत रखता है! सिर्फ उपयोगकर्ता आधार के मामले में ही नहीं, बल्कि राजस्व के मोर्चे पर कई कंपनियाँ दिलचस्प आँकड़े प्रदर्शित कर रही हैं।
इस क्रम में दुनिया की सबसे बड़ी टेक दिग्गज कंपनियों में से एक गूगल (Google) की सहायक कंपनी, गूगल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Google India Pvt. Ltd.) ने अपनी बैलेंस शीट में ‘बेहतरीन प्रदर्शन’ को दर्शाया है।
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कंपनी द्वारा दायर नवीनतम नियामक फाइलिंग के अनुसार, Google India ने वित्त वर्ष 2022 में देश के विज्ञापनदाताओं से ₹24,926.5 करोड़ की कमाई करी है। मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में की गई ये कमाई पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्ष-दर-वर्ष (YoY) के लिहाज से लगभग 79.4% की वृद्धि को दर्शाती है।
ये इसलिए दिलचस्प हो जाता है क्योंकि Google India के विज्ञापन राजस्व में आया ये उछाल साफ संकेत देता है कि महामारी के बाद से देश में डिजिटल सेवाओं का व्यापक प्रसार हुआ है, और कंपनियाँ अब अपने विज्ञापनों को चलाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर अधिक भरोसा जता रहीं हैं।
आपको बता दें कंपनी का शुद्ध विज्ञापन राजस्व (सकल विज्ञापन राजस्व – विज्ञापन स्पेस की खरीद) लगभग ₹2,080 करोड़ रहा। असल में Google India बतौर एक थर्ड पार्टी रिसेलर की तरह काम करती है, जो Google Ads प्रोग्राम और अन्य Google विज्ञापन उत्पादों और सेवाओं के तहत “ऐड स्पेस” (Ad Space) बेचती है।
विज्ञापनों के जरिए की गई कमाई के अलावा, Google India वैश्विक रूप से अपनी समूह कंपनियों को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवाएं और आईटी-सक्षम सेवाएं (आईटीईएस) प्रदान करके भी पैसे कमाती है। आईटी और आईटीईएस सेवाओं के माध्यम से वित्त वर्ष 2022 में कंपनी से ₹7.116.3 करोड़ का राजस्व कमाया।
वहीं अपने तमाम एंटरप्राइज प्रोडक्ट्स की बिक्री करके Google India ने वित्त वर्ष 2022 (FY22) में लगभग ₹88.8 करोड़ कमाए हैं।
देखा जाए तो वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान, Google India ने कुल ₹9,286 करोड़ का कारोबार (शुद्ध राजस्व) किया, और इसमें शुद्ध लाभ ₹1,238.9 करोड़ का रहा।
लेकिन ऐसा नहीं है कि भारत में Google के लिए सब कुछ अच्छा ही चल रहा है। असल में कुछ ही दिनों पहले ही Google India पर एक ही हफ्ते के भीतर 2 बड़े जुर्माने लगे हैं।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने सबसे पहले प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं को अपनाने का दोषी मानते हुए गूगल इंडिया (Google India) पर लगभग ₹1,338 करोड़ का जुर्माना लगाया था।
लेकिन इसके कुछ ही दिन बाद CCI ने भारत के एंड्रॉइड मोबाइल बाजार में कई चीजों को लेकर अपनी मजबूत स्थिति का दुरुपयोग करने और Play Store से जुड़े मसलों को लेकर भी ₹936.44 करोड़ का दूसरा जुर्माना लगा दिया था।
वैसे अब तक सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी CCI के आदेशों की समीक्षा कर रही है और इसको चुनौती भी दे सकती है। लेकिन CCI के फ़ैसलों का असर ये हुआ कि कंपनी ने अब भारत में अपनी प्ले बिलिंग (Play Billing) पॉलिसी पर रोक लगा दी है, जिसकी समय सीमा 31 अक्टूबर तय की गई थी।
‘प्ले स्टोर’ से संबंधित इस पेमेंट पॉलिसी के तहत ऐप डेवलपर्स अपने ऐप्स (Apps) में इन-ऐप पेमेंट के लिए सिर्फ और सिर्फ गूगल प्ले बिलिंग (Google Play Billing) सिस्टम का ही उपयोग कर सकते हैं, यह कंपनी की बाध्यकारी शर्त कही जा सकती है। लेकिन अब इस पर रोक से जाहिर है इसका सीधा असर कंपनी के राजस्व पर पड़ता नजर आएगा।