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एडटेक प्लेटफॉर्म Adda247 को Google व अन्य निवेशकों से मिला लगभग ₹285 करोड़ का निवेश

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Startup Funding – Adda247: लोकप्रिय एडटेक प्लेटफॉर्म Adda247 पर मालिकाना हक रखने वाली कंपनी, Metis Eduventures Pvt Ltd ने हालिया निवेश दौर में $35 मिलियन (लगभग ₹285 करोड़) का निवेश हासिल किया है।

स्थानीय भाषाओं में सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले इस एडटेक प्लेटफॉर्म को यह निवेश WestBridge Capital के नेतृत्व में मिला है।

लेकिन खास ये है कि इस निवेश दौर में मौजूदा निवेशकों Info Edge और Asha Impact के साथ ही, नए निवेशक के रूप में Google ने भी भागीदारी की।

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कंपनी के अनुसार, इस नए निवेश के तहत प्राप्त धनराशि का इस्तेमाल, प्लेटफॉर्म को तकनीकी रूप से और बेहतर बनाने, नए प्रोडक्ट्स व सेवाओं को जोड़ने, अपनी छात्र परामर्श टीम का विस्तार करने और कंपनी में कुछ प्रमुख नेतृत्व पदों के लिए भर्ती करने जैसी चीजों के लिए किया जाएगा।

बताते चलें कि Adda247 की शुरुआत साल 2016 में अनिल नागर (Anil Nagar) और सौरभ बंसल (Saurabh Bansal) ने मिलकर की थी। यह एडटेक प्लेटफॉर्म मुख्य रूप से भारत में टियर 2 और 3 शहरों के लाखों छात्रों को सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करवाने संबंधित सहूलियत प्रदान करता है। खास ये है कि यह 12 भाषाओं में कोर्स उपलब्ध करवाता है।

मौजूदा समय में Adda247 अपने प्लेटफॉर्म पर लगभग 22 मिलियन (2 करोड़ से अधिक) मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता दर्ज कर रहा है और यह अब तक लगभग 2 मिलियन (20 लाख) सशुल्क (पेड) उपयोगकर्ता भी जोड़ चुका है।

प्लेटफॉर्म पर मौजूदा कंटेंट की बात करें तो यह बहुत व्यापक नजर आता है, जिसमें 30 लाख से अधिक सवाल, 50,000 घंटे से अधिक के रिकॉर्ड किए गए वीडियो लेक्चर, शानदार ई-बुक लाइब्रेरी आदि शामिल हैं।

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कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में लगभग ₹64 करोड़ का राजस्व दर्ज किया है। यह आँकड़ा वित्त वर्ष 2021 के लिए लगभग ₹46.7 करोड़ और 2020 के लिए लगभग ₹40.5 करोड़ रहा था।

निवेश को लेकर कंपनी के सह-संस्थापक, अनिल नागर ने कहा;

“हम खुद ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं, और हमनें भी मार्गदर्शन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करते देखा है। इसलिए प्लेटफॉर्म के जरिए हमारा मकसद है कि देश में विभिन्न पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र-छात्राओं को बेहतरीन शिक्षण सामग्री व समाधान प्रदान करके, सभी को एक समान अवसर उपलब्ध करवाए जा सकें।”

दिलचस्प रूप से कंपनी ने यह भी कहा है कि आने वाले समय में यह कुछ रणनीतिक अधिग्रहण करती भी नजर आ सकती है, जिससे सरकारी नौकरी की तैयारी करवाने की प्रक्रिया को और बेहतर व सहज बनाया जा सके।

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