Startup Funding – Medyseva: भारत के हेल्थटेक क्षेत्र की सबसे खास बात ये है कि अब ये शहरों के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से अपनी पैंठ बना रहा है। इसी क्रम में अब टेलीमेडिसिन हेल्थकेयर स्टार्टअप Medyseva ने अपने ‘प्री-सीरीज ए’ फंडिंग राउंड में ₹15 करोड़ का निवेश मिला है।
आपको बता दें इंदौर आधारित इस स्टार्टअप को यह निवेश AIC RNTU (भोपाल) द्वारा स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (Startup India Seed Fund Scheme) योजना के तहत मिला है।
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इस स्टार्टअप ने Horses Stable के नेतृत्व में कुछ एंजेल निवेशकों के समूह से भी निवेश हासिल किया, जिनमें मोहित गुलाटी, मंदार जोशी, यामिका मेहरा, अंकिता वशिष्ठ, आरती गुप्ता, और डॉ विवेक बिंद्रा जैसे नाम शुमार रहे।
प्राप्त की गई इस नई पूँजी के जरिए कंपनी देश भर के ग्रामीण इलाकों में Medyseva Kendra का एक मजबूत स्थापित करने का प्रयास करती नजर आएगी।
साथ ही इस स्टार्टअप का इरादा प्राप्त की गई धनराशि को ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर सेवा वितरण को सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों को नियुक्त करने, अपने बुनियादी आईटी ढांचे को मजबूत बनाने व उसको विस्तारित रूप देने और नई सेवाओं की पेशकश के लिए इस्तेमाल करने का है।
Medyseva की शुरुआत डॉ. विशेष कासलीवाल (Dr Vishesh Kasliwal) द्वारा की गई थी। यह मुख्य रूप से एक हेल्थकेयर स्टार्टअप है जो भारत के ग्रामीण इलाकों में टेलीमेडिसिन सेवाओं की पेशकश पर ध्यान केंद्रित करता है।
इस स्टार्टअप का लक्ष्य देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं में भागीदार बनाने का है, ताकि उन्हें सस्ती कीमतों पर आसानी से हाई-क्वॉलिटी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच मिल सके।
एक बड़ी कोशिश ये है कि शहरी डॉक्टरों और ग्रामीण रोगियों के बीच की मौजूदा खाई को पाटने का काम किया जा सके, जिसके लिए Medyseva Kendra का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इन केंद्रो के जरिए यह हेल्थटेक स्टार्टअप डॉक्टरों द्वारा परामर्श व अन्य सेवाओं की पेशकश करता है, जिसमें अस्पताल में भर्ती करने से लेकर, पैथोलॉजी, एम्बुलेंस, रेडियोलॉजी जैसी तमाम सुविधाएँ मिलती हैं।
ग़ौर करने वाली बात ये है कि यह स्टार्टअप होम-केयर सेवाएं भी प्रदान करता है, जिसमें वर्चूअल परामर्श से लेकर सर्जरी तक और टेस्टिंग के लिए बुकिंग से लेकर मेडिकल रिकॉर्ड को कम्प्यूटरीकृत करने तक जैसी सेवाओं के व्यापाक स्वरूप को शामिल किया जाता है।
कंपनी देश के टियर II, III, और कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों तक इन सेवाओं को उपलब्ध करवाने के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए अब तक लगभग 20 क्लीनिक खोल चुकी है और इस वित्तीय वर्ष के अंत तक यह लगभग 250 क्लीनिक खोलने का मन बना रही है।