Startup Funding – Aerem: इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि आने वाला समय ‘सोलर एनर्जी’ का है, और ऐसे में इस क्षेत्र से जुड़े तमाम सेगमेंट काफी अहम हो जाते हैं। इसी कड़ी में अब सोलर फाइनेंसिंग स्टार्टअप Aerem ने Blume Ventures के नेतृत्व में $2.5 मिलियन (लगभग ₹19 करोड़) का निवेश हासिल किया है।
ये कंपनी ‘सोलर एनर्जी’ क्षेत्र में भारत का पहला एसेट फाइनेंस और क्वालिटी प्लेटफॉर्म बनाने के लिए एक फुल-स्टैक सॉल्यूशन की पेशकश पर काम कर रही है।
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कंपनी की मानें तो हासिल किए गए इस निवेश को मुख्य रूप से ‘लोन बुक को बढ़ाने’, ‘क्षेत्र से जुड़े विभिन्न हितधारकों को डिजिटल रूप से जोड़ सकने के लिए तकनीकी प्लेटफॉर्म का निर्माण करने’ और ‘टीम का विस्तार करने’ जैसी चीजों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
Aerem की शुरुआत साल 2021 में आनंद जैन (Anand Jain) के द्वारा की गई थी। दिलचस्प रूप से आनंद वित्तीय सेवाओं और सौर ऊर्जा दोनों ही क्षेत्रों में एक व्यापाक अनुभव व पृष्ठभूमि के साथ आते हैं।
कंपनी अपनी मजबूत टीम की वित्त और सोलर क्षेत्रों से संबंधित विशेषज्ञता के साथ अब इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ने की प्रयास कर रह रही हैं।
कंपनी के संस्थापक, आनंद जैन के अनुसार,
“Aerem का लक्ष्य बेहतर और टिकाऊ भविष्य के लिए ‘रूफ-टॉप सोलर’ को अपनाने की प्रक्रिया को अधिक लोकतांत्रिक बनाने का है।”
“इसके लिए कंपनी का बेहतरीन सोलर टेक प्लेटफ़ॉर्म AAA (Aerem Asset Assurance) आदि गुणवत्तापूर्ण रूफ-टॉप सोलर सिस्टम को सुनिश्चित करता है। ये हमारे ‘इन-हाउस NBFCs या पार्टनर बैंकों’ से वित्त पोषण के साथ मिलकर MSMEs के बिजली बिलों में कमी लाता है। हम MSMEs के लिए पूरी तरह से डिजिटल, परेशानी मुक्त और निर्बाध सेवाओं की पेशकश करते हैं।”
भारत में Aerem लगभग 2 करोड़ से अधिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSMEs) को टार्गेट करते हुए आगे बढ़ रहा है, क्योंकि एक अनुमान के मुताबिक, इस क्षेत्र में सिर्फ MSMEs बाजार में ही अकेले $200 बिलियन से अधिक की संभावनाएँ मौजूद हैं।
असल में कंपनी अपने प्रयासों के तहत MSMEs को कार्बन उत्सर्जन कम करने के साथ ही साथ लाभ में वृद्धि का अवसर भी मिलता है, ताकि वो मौजूदा प्रतिस्पर्धी बाजार में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
इस बीच Blume Ventures की ओर से आशीष फाफडिया (Ashish Fafadia) ने इस निवेश को अहम बताते हुए, भारत की इन प्रतिबद्धताओं का भी ज़िक्र किए, जिसके तहत देश में 2030 तक 280 GW सौर क्षमता और कुल ऊर्जा आवश्यकता के 50% को स्वच्छ ऊर्जा से हासिल करने का लक्ष्य तय किया गया है।