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‘खिलौनों’ और ‘गेम्स’ से संबंधित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Snooplay को मिला ₹4 करोड़ का निवेश

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Startup Funding – Snooplay: भारत हमेशा से ही खिलौनों और अन्य तरह के गेम्स आदि के लिए एक बड़ा बाजार रहा है। इसकी अहमियत का आंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि बीते कुछ सालों में भारत सरकार ने भी ‘टॉय इंडस्ट्री’ को बढ़ावा देने की कोशिशें शुरू की है।

ऐसे में इंटरनेट के इस दौर में ‘खिलौनों व गेम्स’ से संबंधित ‘ई-कॉमर्स पोर्टल्स’ का भी महत्व बढ़ जाता है। और अब इसी क्षेत्र से संबंधित ऑनलाइन मार्केटप्लेस, Snooplay ने अपने सीड फंडिंग राउंड में लगभग ₹4 करोड़ (~$535,000) का निवेश हासिल किया है।

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कंपनी को यह निवेश Pravek Kalp Pvt Ltd. के डायरेक्टर, अमोघ कुमार गुप्ता (Amogh Kumar Gupta) से मिला है।

दिल्ली आधारित इस स्टार्टअप की मानें तो प्राप्त की गई इस पूँजी का इस्तेमाल प्लेटफॉर्म को तकनीकी तौर पर और बेहतर बनाने, आपूर्तिकर्ता आधार का विस्तार करने और मार्केटिंग गतिविधियों आदि के लिए किया जाएगा।

Snooplay की शुरुआत साल 2019 में आंचल महाजन (Aanchal Mahajan) और बृजराज सिंह (Brij Raj Singh) ने मिलकर बतौर खिलौनों व गेम्स के लिए एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस के रूप में की।

 

Snooplay अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लोगों को उनके व्यक्तित्व, रुचियों, कौशल और लक्ष्यों के आधार पर सही खिलौनें या गेम को सर्च कर सकनें की सुविधा भी देता है। प्लेटफॉर्म पर आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स (एआई) आधारित ‘रिकमेंडेशन टूल’ और ‘इन्फ़ॉर्मेटिव वीडियो’ जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।

कंपनी ने दावे के मुताबिक, इसके प्लेटफॉर्म पर 150 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स अपने उत्पादों की पेशकश करते हैं।

आने वाले 3 महीनों में कंपनी का लक्ष्य 500-600 विक्रेताओं को प्लेटफॉर्म से जोड़ने का है। असल में यह स्टार्टअप भारत समेत विदेशों में भी अपने ग्राहकों के लिए उत्पादों की व्यापक पेशकश में तेजी लानें की कोशिशें कर रहा है।

इस निवेश को लेकर कंपनी की सह-संस्थापक और सीईओ, आंचल महाजन ने कहा;

“हम इस बात को समझते हैं कि समस्या सही उत्पादों की तलाश से संबंधित नहीं हैं, बल्कि असल समस्या यह है कि सही उत्पाद क्या व कौन से हैं?”
जाहिर है, अपनी इन सेवाओं के जरिए यह स्टार्टअप भारत को खिलौनों के लिहाज से वैश्विक निर्यात का हब बनाने के भारत सरकार के लक्ष्य को भी बल प्रदान करता है।
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