Startup Funding Alert – QwikSkills: तेज़ी से बढ़ते डिजिटल दौर में सर्टिफिकेशन और स्किलिंग प्लेटफॉर्मों ने अपनी एक अलग जगह बनाई है और युवाओं के बीच भी लोकप्रियता अर्जित की है।
और आज ऐसे ही एक क्लाउड सर्टिफिकेशन (Cloud Certification) और स्किलिंग (Skilling) प्लेटफॉर्म, QwikSkills ने अपने सीड फंडिंग राउंड में ₹3.85 करोड़ का निवेश जुटाने की बात कही है।
ऐसी तमाम ख़बरें सबसे पहले पाने के लिए जुड़ें हमारे टेलीग्राम चैनल से!: (टेलीग्राम चैनल लिंक)
कंपनी को यह निवेश इंडियन एंजेल नेटवर्क (IAN) और अन्य कुछ निवेशकों से प्राप्त हुआ है। कंपनी के मुताबिक़, इस निवेश का नेतृत्व IAN के एंजेल निवेशकों – मनीष सिन्हा और नवीन गुप्ता ने किया।
इस नई पूँजी को प्राप्त करने के बाद कंपनी का इरादा अब अपनी टीम का विस्तार करने और बिज़नेस-टू-बिज़नेस (बी2बी) व कॉर्पोरेट बिक्री के लिए क्लाउड विशेषज्ञों, डेवलपर्स, सेल्स और मार्केटिंग क्षेत्र से जुड़ी नई प्रतिभाओं को जोड़ने का है।
दिलचस्प यह है कि इन तमाम कदमों के ज़रिए गुरुग्राम आधारित ये स्टार्टअप अब बिज़नेस-टू-बिज़नेस बाजार में व्यापक हिस्सेदारी हासिल करने के प्रयास करता नज़र आएगा।
QwikSkills की शुरुआत साल 2020 में वरुण महाजन (Varun Mahajan) और हरित वर्मा (Harit Verma) ने मिलकर की थी।
यह स्टार्टअप छात्रों और तकनीकी पेशेवरों को नई क्लाउड स्किल्स सीखनें और एक व्यापाक तकनीकी स्किल विकसित करने के लिए बेहतर प्रैक्टिस सोल्यूशन की पेशकश प्रदान करता है।
QwikSkills असल में एक सब्स्क्रिप्शन आधारित मॉडल पर प्रैक्टिस प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है, जहाँ यूज़र्स को क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़ी प्रैक्टिस व इंडस्ट्री में आने वाले समस्याओं से जूझना सीखने के लिए मासिक और वार्षिक पैकेज मिलते हैं।
कंपनी ने पाने मिशन के बारे में बताते हुए यह कहा;
“हमारे संस्थापकों वरुण और हरित ने यह पाया कि सर्टिफिकेशन इग्ज़ाम से पहले वास्तव में एक अच्छा प्रैक्टिस प्लेटफ़ॉर्म खोज पाना काफ़ी मुश्किल है।”
“उन्होंने इस बात पर ग़ौर किया की इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाली स्किल्स आदि का गुणवत्तापूर्ण तरीक़े से मूल्यांकन करते हुए क्लाउड सर्टिफ़िकेशन परीक्षा के लिए क्वॉलिटी प्रैक्टिस टेस्ट मौजूद नहीं है। और इसी अंतर को भरने के मक़सद से उन्होंने QwikSkills की शुरुआत की।”
वैसे आपको बता दें इस नए निवेश के बाद कंपनी B2B2C (बिजनेस टू बिजनेस टू कंज्यूमर) सेगमेंट में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के साथ भी संभावनाओं की तलाश करने का मन बना रही है।