Now Reading
Amazon India ने किया सोशल कॉमर्स स्टार्टअप GlowRoad का अधिग्रहण

Amazon India ने किया सोशल कॉमर्स स्टार्टअप GlowRoad का अधिग्रहण

amazon-india-acquires-glowroad

Amazon India acquires GlowRoad: भारत में ई-कॉमर्स का दूसरा नाम बन चुके Amazon India के लिए अब ख़ुद को सोशल कॉमर्स सेगमेंट से दूर रख पाना मुश्किल हो रहा है। शायद यही वजह है कि अब Amazon India ने भारतीय सोशल कॉमर्स स्टार्टअप GlowRoad का अधिग्रहण किया है।

जी हाँ! आज के इस दौर में जब अधिकतर लोग इंटरनेट व सोशल मीडिया आदि पर काफ़ी सक्रिय हो गए हैं ऐसे में सोशल कॉमर्स एक नए ट्रेंड की भूमिका में नज़र आने लगा है।

ऐसी तमाम ख़बरें सबसे पहले पाने के लिए जुड़ें हमारे टेलीग्राम चैनल से!: (टेलीग्राम चैनल लिंक)

और इसलिए TechCrunch की एक रिपोर्ट के आधार पर यह सामने आया है कि Amazon ने देश में GlowRoad के अधिग्रहण के साथ इस सेगमेंट में अपने पैर जमाने की शुरुआत कर दी है।

क्या है सोशल कॉमर्स? 

आसान भाषा में बात की जाए तो ‘सोशल कॉमर्स’ के तहत लोग तमाम इंटरनेट आधारित प्लेटफ़ॉर्म जैसे WhatsApp, Facebook, Instagram आदि के ज़रिए उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देते हैं।

Amazon acquires GlowRoad: क्या हैं इसके मायनें?

आपको शायद याद होगा कि कुछ समय पहले Amazon ने भारत के लिए यह ऐलान किया था कि वह देश में साल 2025 तक 1 करोड़ व्यवसायों को डिजिटल शक्ति से लैस करने का काम करेगी।

ज़ाहिर है अब कंपनी की इस प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने और इस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए GlowRoad एक मददगार साथी की भूमिका निभानें में सक्षम है।

amazon-india-copying-products-and-promoting-its-version-on-search
Credits: Wikimedia Commons

तमाम रिपोर्ट्स के अनुसार GlowRoad के मौजूदा निवेशकों की सूची में Accel और Vertex Ventures जैसे दिग्गज नाम शुमार रहे हैं और कंपनी की हालिया वैल्यूएशन लगभग $75 मिलियन तक बताई जाती है।

किस तरीक़े से काम करता है GlowRoad? 

GlowRoad की शुरुआत साल 2017 में सोनल वर्मा (Sonal Verma), नितेश पंत (Nitesh Pant), नीलेश पडरिया (Nilesh Padariya) और शेखर साहू (Shekhar Sahu) ने मिलकर की थी।

See Also
Zomato's 'Pure Veg Fleet' mode launched

आइए जानते हैं कि आख़िर GlowRoad काम कैसे करता है? असल में बेंगलुरु आधारित ये कंपनी अपने ग्राहकों को थोक मूल्यों में सामान बेचती है और फिर वो ग्राहक उन उत्पादों को Facebook और WhatsApp के ज़रिए पुनः अपने नेट्वर्क में बेचने का प्रयास करते हैं।

इसके साथ ही कंपनी अपने ग्राहकों को लॉजिस्टिक सेवाएँ मतलब उत्पादों की डिलीवरी करना और कैश कलेक्ट करने जैसी सेवाएँ भी मुहैया करवाती है।

कंपनी की वेबसाइट के अनुसार इसने लगभग 60 लाख से अधिक पुनर्विक्रेताओं (Resellers) का एक नेटवर्क बना लिया है, जिसमें हर व्यक्ति औसतन ₹35,000 प्रति माह तक की कमाई कर लेता है।

अब देखना ये है कि Amazon का यह क़दम इसकों सोशल कॉमर्स सेगमेंट में किन किन मोर्चे पर फ़ायदा पहुँचा पता है?

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.