Startup Funding Alert: Eeki Foods – भारत के एग्रीटेक स्टार्टअप अब ना सिर्फ़ ग्राहकों बल्कि निवेशकों का भी भरोसा जीतते नज़र आ रहे हैं। और इस सिलसले को जारी रखते हुए अब एग्रीटेक स्टार्टअप Eeki Foods ने अपने सीरीज़-ए फ़ंडिंग राउंड में $6.5 मिलियन (लगभग ₹50 करोड़) का निवेश हासिल किया है।
कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व दिग्गज़ निवेशक फ़र्म General Catalyst ने किया, जिसमें Avaana Capital, Better Capital समेत कुछ प्रमुख एंजेल निवेशकों जैसे Irving Fain (सीईओ, Bowery Farming), अखिल गुप्ता व अमित कुमार अग्रवाल (NoBroker.com के संस्थापकों) आदि ने भी अपनी भागीदारी दर्ज करवाई हैं।
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आपको बता दें इसी साल फ़रवरी में Eeki Foods ने Avaana Capital के नेतृत्व में मिला क़रीब ₹15 करोड़ का निवेश हासिल किया था।
फ़िलहाल इस नए निवेश के ज़रिए कंपनी अपने व्यवसाय को सैकड़ों एकड़ तक विस्तारित करने में करेगी। इसके साथ ही इस स्टार्टअप का इरादा टीम के आकार, तकनीकी आयामों और अन्य अहम पहलुओं में भी निवेश करने का है।
साल 2018 में Eeki Foods की शुरुआत आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र रहे अभय सिंह (Abhay Singh) और अमित कुमार (Amit Kumar) ने मिलकर की थी।
कंपनी फ़िलहाल अपने पेटेंट के लिए दायर किए गए प्लांट ग्रोथ सिस्टम (Plant Growth System) के ज़रिए हाई-क्वॉलिटी और अवशेष मुक्त प्रमुख भारतीय सब्जियों की पैदावार करती है। अपनी तरीक़ों का इस्तेमाल कर यह खेती को टिकाऊ और जलवायु-अनुकूल बनाने का भी काम करते हैं।
कंपनी भीलवाड़ा, तलेरा, नांता और पानीपत आदि जगहों में अपने खेतों/फार्म कर ज़रिए ककड़ी, मिर्च और टमाटर जैसी चीजों को व्यवस्थित रूप से उगा कर संबंधित बाजारों में कीमतों में उतार-चढ़ाव को भी कम करने का प्रयास करती है।
कंपनी की मानें तो इसको अपनी प्लांट ग्रोथ सिस्टम टेक्नोलॉजी को पूरी तरह विकसित करने में क़रीब 3 साल का वक्त लगा है, और ये तकनीक पौधों की जड़ों के लिए आदर्श ज़ोन वातावरण बनाने का काम करती है।
इस स्टार्टअप का ये भी दावा रहा है कि इसकी विशेष तकनीक के ज़रिए खेती के दौरान 80% तक पानी की बचत की जाती है और पारंपरिक खेती की तुलना में उपज में भी कम से कम 300% की वृद्धि दर्ज की जाती है।
इस नए निवेश पर बोलते हुए Eeki Foods के संस्थापकों ने एक संयुक्त बयान में कहा;
“हम देश भर में इस तरह के फार्म बनाने के लिए राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और महाराष्ट्र में कॉरपोरेट्स, एंजेल निवेशकों और अन्य रिटेल किसानों के साथ साझेदारी स्थापित करने की कोशिश कर रहें हैं।”