Junio – Funding News: बच्चों के लिए केंद्रित डिजिटल पेमेंट और पॉकेट मनी ऐप Junio ने शुक्रवार को एक जानकारी साझा करते हुए बताया कि कंपनी ने अपने प्री-सीरीज़ ए फंडिंग राउंड में $6 मिलियन (लगभग ₹46 करोड़) हासिल किए हैं।
बता दें कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व संयुक्त अरब अमीरात आधारित NB Ventures ने किया, जिसमें राजीव ददलानी ग्रुप (Rajiv Dadlani Group) ने भी अहम भागीदारी दर्ज करवाई है।
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कंपनी की मानें तो प्राप्त किए गए इस नए फ़ंड को वह अपनी टीम का विस्तार करने, नई उत्पाद सुविधाओं को शुरू करने और ज़्यादा से ज़्यादा ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए करेगी।
नई दिल्ली आधारित Junio की शुरुआत साल 2020 में शंकर नाथ (Shankar Nath) और अंकित गेरा (Ankit Gera) द्वारा की गई थी।
कंपनी असल में एक स्मार्टकॉर्ड (Smartcard) की पेशकश करती है, जो बच्चों को ऑफ़लाइन और ऑनलाइन ख़रीदारी को लेकर सक्षम बनाता है।
कंपनी की इस सुविधा को कुछ ऐसे देखा जा सकता है कि ये कक्षा 4 से 10 तक में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अपने ‘डिजिटल पॉकेट स्मार्ट कार्ड’ के ज़रिए पॉकेट मनी को भी डिजिटाइज़ करना चाहती है। इसको मुख्यतः 10 से 16 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए पेश किया गया है।
इस स्टार्टअप का लक्ष्य बच्चों के बीच पैसों के मैनेजमेंट और व्यावहारिक उपयोग को लेकर अनुशासन और जागरूकता को पैदा करने का है।
ग़ौर करने वाली बात ये भी है कि इसके ज़रिए माता-पिता अपने बच्चों के खर्च करने के पैटर्न को भी देख सकतें हैं और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें पैसों के मैनेजमेंट की दिशा में मार्गदर्शन दे सकते सकतें हैं।
इस बीच नए निवेश को लेकर कंपनी के दोनों सह-संस्थापकों ने एक संयुक्त बयान के तहत कहा;
“ऐप को पिछले साल लॉन्च करने के बाद, बड़े पैमानें पर लोगों ने इसको अपनाया है। माता-पिता और बच्चों की कम्यूनिटी के बीच इसको काफ़ी स्वीकृति मिली है।”
“अब हम उपयोगकर्ता के अनुकूल उत्पाद विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए नई और रोमांचक सुविधाओं को पेश करने की तैयारी में हैं। इस सफ़र में हम अपने नए निवेशकों को साथ जोड़ते हुए बेहद उत्साहित हैं और उनके सपोर्ट के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं।”
वहीं NB Ventures की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश भटनागर (Neelesh Bhatnagar) ने कहा;
“शंकर और अंकित के पास पहले से बड़े पैमाने पर डिजिटल पेमेंट क्षेत्र का अनुभव है, और हम उस उपलब्धि से काफ़ी प्रभावित हैं जो Junio ने इतने कम समय में हासिल की है। बच्चों के डिजिटल पेमेंट सेगमेंट में काफ़ी अधिक संभावनाएँ मौजूद हैं।”
वैसे भारत में Junio इस सेगमेंट में अकेला नहीं है, इसको Sequoia समर्थित FamPay आदि से भी कादी टक्कर मिलते नज़र आ रही है।