संपादक, न्यूज़NORTH
Total EV Sales in India: बीते कुछ समय से काफ़ी चर्चा में बना हुआ भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाज़ार साल 2022 में नई और हैरान करने वाली ऊँचाईयाँ छूने को तैयार नज़र आ रहा है। और अब इस बात पर सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) ने भी मोहर लगा दी है।
बीते दिनों जारी किए गए एक बयान में सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) ने कहा कि भारत में कुल इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री इस साल (2022) में लगभग 10 लाख यूनिट का आँकड़ा छू सकती है।
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आप शायद सोच रहें होंगें कि इसमें कौन सी ख़ास बात है? असल में भारत में पिछले 15 सालों में कुल मिला कर क़रीब 10 लाख इलेक्ट्रिक वाहन (सभी तरीक़े के) ही बिक सकें हैं, लेकिन जिनती बिक्री इस सेक्टर ने बीते 15 सालों में देखी है, उतनी इस एक साल में होने की उम्मीद है, जो पर्यावरण को बचाने के लिए प्रदूषण रोकथाम के नज़रिए से भी बेहद अहम हो जाती है।
इन आँकड़ो को जारी करने के दौरान SMEV ने पिछले साल 2021 के आँकड़ो पर भी रौशनी डाली। SMEV के अनुसार साल 2021 में भारत के बाज़ार में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (E2Ws) काफ़ी छाए रहे और उनकी बिक्री दो गुना बढ़कर 2,33,971 यूनिट हो गई।
बता दें साल 2020 में देश के बाज़ार में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (E2Ws) बिक्री का आँकड़ा 1,00,736 यूनिट्स ही था। लेकिन साल 2021 में लॉन्च हुए कुछ हाई-स्पीड स्कूटर्स ने लोगों को ख़ूब लुभाया और ये बिक्री को बढ़ाने में मददगार साबित हुए।
अपने बयान में सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) के महानिदेशक सोहिंदर गिल ने कहा;
”हमने अपनें अब तक के सफ़र के दौरान देश के इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में इतने अच्छे दिन नहीं देखें हैं। पिछले 15 सालों में हमनें कुल रूप से क़रीब 10 लाख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, ई-थ्री व्हीलर, ई-कार और ई-बसें बेचीं हैं, लेकिन जनवरी 2022 से शुरू होने वाले इस अकेले एक साल में ही हम 10 लाख का आँकड़ा पार करने की उम्मीद कर रहें हैं।”
इस दौरान उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में देश की नई FAME II पॉलिसी को भी सकारात्मक बदलाव के रूप में एक गेम-चेंजर बताया।
ज़ाहिर है सरकार द्वारा परिवहन क्षेत्र को स्वच्छ और हरित स्वरूप प्रदान करने, महंगे और प्रदूषक तरल ईंधन पर निर्भरता कम करने जैसे मक़सद को लेकर बनाई गई नई नीति इस दिशा में एक बड़ा रोल अदा कर रही है।
गिल ने इस दौरान ये भी कहा कि ग्राहकों को अब इलेक्ट्रिक वाहनों (ख़ासकर इलेक्ट्रिक स्कूटरर्स) की कीमतों में आई कमी, कम ऑपरेशनल व रखरखाव लगात आकर्षित कर रही है और वो पेट्रोल आधारित दो-पहिया वाहनों से बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख करना शुरू कर रहें हैं।
लेकिन दिलचस्प रूप से गिल मानते हैं कि बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक वाहनों को ख़रीदने वाले ग्राहक ‘पर्यावरण’ को लेकर अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुए भी ई-वाहनों को अपना रहें हैं।
हाल के महीनों में प्राप्त रुझानों को देखते हुए SMEV को उम्मीद है कि पिछले 12 महीनों की तुलना में आने वाले महीनों में 5-6 गुना अधिक वृद्धि देखनें को मिलेगी।
ये भी कहा गया कि ₹15,000/KWhr की बैटरी क्षमता के आधार पर हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक बाइक पर दिए जाने वाले प्रोत्साहन ने एंट्री-लेवल हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक बाइक्स को ‘कम-स्पीड वाली इलेक्ट्रिक बाइक्स’ की तुलना में सस्ता बनाने का काम किया है।
संस्था का मानना है कि आने वाले 2 से 3 सालों में भारत में बड़ी और संगठित कंपनियों के ई-स्कूटर, ई-मोटरसाइकिल और ई-साइकिल से लेकर अन्य कैटेगॉरी से जुड़े उत्पाद बाज़ार में उपलब्ध हो जाएँगें।
Total EV Sales in India: 2021 Figures
इस बीच वाहन डेटा (VAHAN Data) के आधार पर SMEV ने बताया कि हीरो इलेक्ट्रिक (Hero Electric) 2021 में 46,214 यूनिट्स की बिक्री के साथ नंबर-वन हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स कंपनी साबित हुई।
इसके बाद क़रीब 29,868 यूनिट्स बिक्री के साथ Okinawa और 15,836 यूनिट्स बिक्री के साथ Ather क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर क़ाबिज़ रहे। वहीं इनके बाद Ampere ने 12,417 यूनिट्स बिक्री और Pure EV ने 10,946 यूनिट्स बिक्री दर्ज की। वैसे तमाम विवादों के बीच Ola Electric भी इस साल इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के बिक्री आँकड़ो में एक अहम हिस्सेदार बन सकती है।