संपादक, न्यूज़NORTH
Indian Salesmen Protest Against Reliance JioMart: रिटेल जगत में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने अपने जियो मार्ट (JioMart) के ज़रिए देश भर में अपने पैर जमाने की क़वायद शुरू कर रखी है। लेकिन ऐसा लगता है कि इसकी इन कोशिशों से हर तबका संतुष्ट नहीं है।
असल में भारत के घरेलू सामानों के सेल्समैन ने व्यापाक रूप से अब JioMart के ख़िलाफ़ लामबंदी शुरू कर दी है। इन सेल्समैन के समूहों ने अब ये चेतावनी दी है कि अगर उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनियों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के JioMart को कम कीमत पर उत्पाद उपलब्ध कराना बंद नहीं किया तो वे देश भर में मॉम-एंड-पॉप स्टोर्स (किराना स्टोर्स) की सप्लाई को बाधित करने पर मजबूर हो जाएँगे।
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इस बात का ख़ुलासा Reuters के द्वारा प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट में हुआ है, जिसमें इस समाचार एजेन्सी ने सेल्समैन समूहों द्वारा लिखे एक पत्र के हवाले से ये बात कही है।
Indian Salesmen Protest Against Reliance JioMart
पर सवाल उठता है कि आख़िर इसके पीछे की वजह क्या है? घरेलू सामानों के सेल्समैन आख़िर JioMart का विरोध क्यों कर रहें हैं? आख़िर JioMart कैसे उनकी रोज़ी-रोटी को नुक़सान पहुँचा रहा है?
तो आइए आपको इन सभी सवालों के जवाब दिए देते हैं। पहले समझते हैं कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली Reliance का JioMart काम कैसे करता है?
मीडिया रिपोर्ट्स आदि के मुताबिक़ रिलायंस जियो मार्ट (Reliance JioMart) सीधे उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनियों से सामान खरीदती हैं, जिसके चलते उपभोक्ता उत्पादों को बनाने वाली कंपनियां JioMart को बेहद कम कीमत पर प्रोडक्ट मुहैया करवा देती हैं।
इसके चलते JioMart भी बाज़ार से कम क़ीमत पर ग्राहकों को प्रोडक्ट्स बेंच पाता है और इस वजह से लोग इसी की ओर आकर्षित होते हैं।
और पेंच यही फँस रहा है। सामने ये आया है कि विरोध करने वालों का तर्क है कि JioMart और उपभोक्ता कंपनियों की इस साँठ-गाँठ के चलते घरेलू सामानों के डिस्ट्रिब्यूटर्स पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है और यही कारण है कि भारत में घरेलू सामानों के सेल्समैन ने अब ऐसी चेतावनी जारी की है।
इसके पहले Reuters की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई थी कि Reckitt Benckiser , Unilever और Colgate-Palmolive जैसी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय सेल्समैन का दावा है कि पिछले साल उनकी बिक्री में 20-25% की गिरावट आई थी क्योंकि मॉम-एंड-पॉप स्टोर अब तेज़ी से Reliance JioMart के साथ साझेदारी कर रहें हैं।
अंबानी के नेतृत्व वाली ये कंपनी भारी छूट आदि पेशकशों के ज़रिए अधिक से अधिक स्टोर्स को आकर्षित करते हुए अपने JioMart Partner App से डिजिटल रूप से उन्हें प्रोडक्ट्स के ऑर्डर देने के लिए प्रेरित कर रही है।
ज़ाहिर है स्टोर्स द्वारा सीधे सामान ऑर्डर करने का मतलब है कि देश में कार्यरत 450,000 से अधिक कंपनियों के सेल्समैन के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा होना, जो काफ़ी सालों से पारम्परिक रूप से ऑर्डर लेने के लिए स्टोर-टू-स्टोर जाने का काम करते हैं।
इसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए अब 400,000 से अधिक सदस्यों वाले ‘ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन’ ने उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को एक पत्र लिखते हुए कहा है कि वह बाज़ार में सभी को एक समान अवसर प्रदान करते हुए, उन्हें भी उसी क़ीमत पर सामान उपलब्ध करवाए, जितनी क़ीमत Reliance जैसे अन्य बड़े कॉर्पोरेट डिस्ट्रिब्यूटर्स को देनी पड़ती है।
इस पत्र में कहा गया कि अगर मूल्य-समानता की मांग को पूरा नहीं किया जाता है, और बड़ी कंपनियों की ऐसे अनुचित गठजोड़ 1 जनवरी तक ख़त्म नहीं किए गए तो सेल्समैन मॉम-एंड-पॉप स्टोर्स को उत्पादों को डिस्ट्रिब्यूट करना (बाँटना) बंद कर देंगें और साथ ही नए लॉन्च किए गए उपभोक्ता सामानों की आपूर्ति भी नहीं करेंगे।
साथ ही पत्र में कहा गया है कि
“हमने अपने खुदरा विक्रेताओं को कई वर्षों तक अच्छी सेवा देकर प्रतिष्ठा और सद्भावना कमाई बनाई है, लेकिन अब हम ‘असहयोग आंदोलन’ सा शुरू करने को लेकर मजबूर हैं।”
Protest Against Reliance JioMart
ये इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि मॉम-एंड-पॉप स्टोर या “किराना” भारत में लगभग $900 बिलियन के रिटेल बाजार में क़रीब 80% हिस्सेदारी रखते हैं।
फ़िलहाल 150 शहरों में लगभग 300,000 ऐसे स्टोर Reliance के JioMart से सामान मंगवानें लगें हैं, और कंपनी ने 2024 तक ऐसे 1 करोड़ पार्टनर स्टोर बनाने का लक्ष्य रखा है।