Startup Funding News – Unnati Agri: एग्री-फिनटेक स्टार्टअप Unnati Agri ने अपने सीरीज ए निवेश दौर (फंडिंग राउंड) में ₹60 करोड़ की पूँजी हासिल करने में सफ़लता प्राप्त की है। कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Incofin Investment Management, NabVentures और Orios जैसे दिग्गजों ने किया।
नोएडा आधारित इस स्टार्टअप के अनुसार, प्राप्त किए गए इस धन का इस्तेमाल कंपनी अपने uStore नेटवर्क और तकनीकी तकनीकी बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने में करेगी।
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इतना ही नहीं बल्कि इस नए निवेश के साथ ही अब Unnati Agri नामक ये कंपनी हरियाणा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में अपने भौगोलिक विस्तार और उत्तर प्रदेश, बिहार व महाराष्ट्र में भी विस्तार का मन बना रही है।
लेकिन आप शायद सोच रहें होंगें कि Unnati Agri भला भारतीय कृषि क्षेत्र में क्या-क्या सेवाएँ प्रदान करता है? तो चलिए इसका जवाब भी आपको दे देते हैं। असल में यह स्टार्टअप किसानों के लिए बैंकिंग सेवाएं, कृषि विज्ञान सेवाएं, कृषि इनपुट और आउटपुट मैनेजमेंट सेवाएं आदि प्रदान करता है।
Startup Funding News – About Unnati Agri
साल 2017 में अशोक प्रसाद (Ashok Prasad) और अमित सिन्हा (Amit Sinha) द्वारा स्थापित, ये कंपनी किसानों को कृषि निदान, कृषि लाइफ़-साइकिल मैनेजमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट आदि जैसी एआई (AI) और डेटा आधारित एंड-टू-एंड कृषि मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करती है।
दिलचस्प ये है कि इस स्टार्टअप का दावा है कि इसने पिछले 12 महीनों में 15 गुना वृद्धि दर्ज की है। कंपनी फ़िलहाल 20,000 से अधिक ‘uStore’ वाले अपने नेटवर्क के ज़रिए 3 लाख से अधिक किसानों को सेवाएं प्रदान करने का दावा करती है।
पर ये uStore होता क्या है? असल में uStore के ज़रिए कंपनी किसानों को अपनी उपज बेचनें, लोन हासिल करने, इन्वेंट्री मैनेजमेंट, कृषि संबंधित चीजों की ख़रीद करने, जीएसटी चालान प्राप्त करने आदि जैसी सहूलियतों की पेशकश करती है।
इतना ही नहीं बल्कि Unnati के प्लेटफ़ॉर्म पर कृषि-इनपुट और कृषि उत्पादन पार्टनर्स का एक व्यापाक नेटवर्क है, जो इन सेवाओं आदि को लेकर किसानों से साथ जुड़ता है।
इस नए निवेश को लेकर Unnati Agri के सीईओ और सह-संस्थापक, अशोक प्रसाद ने कहा;
“Unnati नए तकनीकी समाधानों का इस्तेमाल करते हुए किसानों और साथ ही अपने रिटेल पार्टनर्स को और सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है। हम अपने मक़सद को लेकर लगातार आगे बढ़ रहें हैं, जिसके तहत हम देश भर के किसानों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर, तमाम डिजिटल सहूलियतों के ज़रिए उनकी कृषि आय को दोगुना करने में मदद करना चाहते हैं।”
इस बीच प्राप्त किए गए इस नए निवेश के ज़रिए ये स्टार्टअप किसानों के लिए अपनी एआई (AI) और मशीन लर्निंग (ML) तकनीक को और बेहतर बनाते हुए और uStore नेटवर्क का विस्तार करते हुए करीब 50 लाख ‘farmpreneurs’ तैयार करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
असल में ‘farmpreneurs’ के ज़रिए कंपनी का मतलब है कि वह क़िसान जो अपने कृषि व्यवसाय को सशक्त बनाने के लिए प्रासंगिक डिजिटल टूल से लैस हों और नई तकनीकों के साथ बेहतरीन तालमेल बनाते हुए, इनका उचित लाभ ले सकें।
इस बीच अगर आँकड़ो पर ग़ौर करें तो आईसीएआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPHET) के मुताबिक़ भारतीय किसानों को हर साल क़रीब ₹1 लाख करोड़ की खाद्य नुक़सान का सामना करना पड़ता है, जिसमें 6% अनाज, 8% दलहन, 10% तिलहन और 15% फलों व सब्जियों की हिस्सेदारी होती है।
ऐसे में जानकार मानते हैं कि मौजूदा समय में कई उपलब्ध तकनीकों के सही इस्तेमाल से किसानों को इस नुक़सान से बचाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए उनका डिजिटल तकनीकों और सहूलियतों से परिचय करवाना ज़रूरी है।