Facebook is now ‘Meta’: जैसा कि हमनें आपको कुछ दिनों पहले ही अपनी एक रिपोर्ट में बताया था, दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया दिग्गज़ कंपनी Facebook Inc. ने अपना नाम बदल दिया है। जी हाँ! अब Facebook को Meta के नाम से जाना जाएगा।
कंपनी की ऑग्यूमेंटेड और वर्चूअल रिऐलिटी कॉन्फ्रेंस, Facebook Connect Conference के दौरान इसकी नई पहचान से पर्दा उठाते हुए ख़ुद फेसबुक (Facebook) के संस्थापक और सीईओ, मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने इसकी जानकारी दी।
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सामने ये आया है कि फेसबुक के पूर्व सिविक इंटीग्रिटी चीफ, समिध चक्रवर्ती ने इस नए नाम का सुझाव दिया था। कॉन्फ्रेंस के दौरान कंपनी ने नया अपने Menlo Park स्थित मुख्यालय से नए Logo को भी पेश किया और इसी के साथ, पुराने Thumbs-up “Like” Logo को पीछे छोड़ दिया।
कंपनी को मिली इस नई पहचान के बारे में बोलते हुए जुकरबर्ग ने कहा;
“मौजूदा समय में हमारा ब्रांड एक प्रोडक्ट के इर्द-गिर्द इतनी मजबूती से जुड़ा हुआ है कि यह संभवत: उन सभी चीज़ों को प्रदर्शित करता नहीं नज़र आता, जो कंपनी वर्तमान समय में कर रही है और आगामी दिनों में जिसके तहत प्रयासों को और बढ़ाएगी।”
“मुझे उम्मीद है कि समय के साथ कंपनी की पहचान एक मेटावर्स (Metaverse) कंपनी के रूप में बनती नज़र आएगी। और इसलिए हम चाहते हैं कि हमारी पहचान में हमारे काम व प्रयासों की झलक स्पष्ट रूप से नज़र आए।”
दिलचस्प ये है कि कंपनी ने अपने नाम में बदलाव ऐसे वक़्त में किया है जब वह कई अहम बदलावों और विवादों से घिरी हुई है।
असल में अब ख़ुद को ‘मेटावर्स’ (Metaverse) के रूप में पहचान देने वाली कंपनी दुनिया भर में कई क़ानूनी मुकदमों का सामना कर रही है, जिसमें उपयोगकर्ता प्राइवेसी से लेकर प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं जैसे आरोप तक शामिल हैं।
लेकिन अब ऐसा लगता है कि Instagram, WhatsApp जैसे प्लेटफ़ॉर्मों को ख़रीद कर, मौजूदा समय में दुनिया भर के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर मालिकाना हक़ रखने वाली Facebook Inc. (जो अब Meta है), ने अपनी पुरानी छवि को छोड़ने का मन बना लिया है।
लेकिन एक बड़ा सवाल ये आता है कि जिस Metaverse की योजना के चलते कंपनी ने नाम बदलने का फ़ैसला किया है, वह असल में है क्या?
Facebook (Meta): The ‘Metaverse’
अब तक सामने आई जानकारी और कंपनी के दावे के आँसुआर Facebook का Metaverse या अब Meta का Metaverse लोगों को बेहतरीन सोशल टेक्नोलॉजी का उदाहरण पेश करते हुए वर्चूअल अनुभव के तहत एक ऐसा डिजिटल स्पेस प्रदान करेगा, जहाँ लोग अन्य लोगों के साथ उपस्थित होकर कई तरह के काम कर सकते हैं।
सरल भाषा में कह सकते हैं कि ‘मेटावर्स (Metaverse)’ एक ऐसा वर्चूअल वर्ल्ड होगा, जिसमें कंप्यूटर तकनीकों के जरिए लोगों को कई तरह की सुविधाएँ घर बैठे ही दी जाएँगी और लोग घर बैठे ही वर्चूअल रूप से पूरी दुनिया घूम सकेंगें। इसमीं वर्चुअल एंड ऑगमेंटेड रियल्टी (VR/AR) तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा।
कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, Oculus और Portal लोगों को नई वर्चूअल दुनिया और अनुभवों में टेलीपोर्ट करनें में समर्थ हैं, जिसके ज़रिए भौतिक सीमाओं को दूर कर वर्चूअल कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया जा सकता है।
मेटावर्स शब्द को डिजिटल दुनिया में एक “वर्चुअल इंटरेक्टिव स्पेस” के रूप में समझा जा सकता है। वैसे इस नए प्रोजेक्ट के तहत कंपनी ने कुछ ही दिनों पहले क़रीब 10,000 लोगों को रोज़गार देने की बात कही थी जो मेटावर्स में काम करेंगे।