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Zomato दूसरी बार बंद कर रहा है अपनी ‘ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी’ सर्विस

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Zomato Shuts Down Grocery Delivery: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato एक बार फिर से अपनी ऑनलाइन ग्रॉसरी (किराना) डिलीवरी सर्विस बंद करने जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी 17 सितंबर से ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस बंद कर देगी।

ज़ाहिर है इसके पीछे की वजह ‘ऑर्डर्स को पूरा’ करने में आने वाली ख़ामियाँ हैं, जिसके चलते प्लेटफ़ॉर्म पर कस्टमर एक्सपीरियंस खराब हो रहा है, वह भी एक ऐसे बिज़नेस सेगमेंट की वजह से, जो कंपनी का मुख्य बिज़नेस सेगमेंट नहीं है।

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असल में Zomato शायद नहीं चाहता कि इसकी ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस में ख़ामियों के चलते कस्टमर्स के बीच ब्रांड की नकारात्मक छवि बने।

इसके बजाय कंपनी का मानना ​​​​है कि ग्रोफर्स (Grofers) में किया गया उसका निवेश ही उसके ख़ुद के ग्रॉसरी डिलीवरी सेवाओं में जुड़े प्रयासों की तुलना में कहीं अच्छे परिणाम देगा।

Zomato Shuts Down Grocery Delivery From Sept 17

ET में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कंपनी द्वारा अपने ग्रॉसरी पार्टनर्स को भेजे एक ईमेल के हवाले से सामने आया है कि कंपनी अब अपनी पायलट ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस को जल्द बंद करने जा रही है क्योंकि कंपनी को नहीं लगता कि मौजूदा मॉडल उनके ग्राहकों को सही ढंग से सर्विस देने का एक बेहतर तरीका है।

Zomato के ईमेल में कहा गया है कि

“कंपनी अपने ग्राहकों को बेहतरीन सेवाएं देने और अपने मर्चेंट पार्टनर्स को विकास के अवसर देने में विश्वास करती है। लेकिन मौजूदा मॉडल इन सेवाओं के लिए एक सबसे अच्छा तरीका साबित नहीं हो रहा था।”

Zomato ने साफ़ किया है कि कंपनी 17 सितंबर, 2021 से अपनी पायलट ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस को बंद कर देगी। ईमेल में यह भी कहा गया है कि स्टोर कैटलॉग से लेकर इन्वेंट्री का स्तर आदि निरंतर बदलते रहे, जिससे ज़ोमैटो (Zomato) के लिए एक संतोषजनक ग्राहक अनुभव प्रदान करना मुश्किल हो रहा था।

वहीं अब माना जा रहा है कि एक बार फिर से अपनी किराना डिलीवरी सेवा को बंद करने जा रही कंपनी, अब अपने प्लेटफॉर्म पर किसी अन्य प्रकार की किराना डिलीवरी सर्विस चलाने के मूड में नहीं है।

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ये इसलिए भी दिलचस्प हो जाता है क्योंकि कुछ ही दिनों पहले Grofers ने 10 मिनट में ग्रॉसरी डिलीवरी करने की सर्विस देने का ऐलान किया है।

हो सकता है कि Zomato ने सोचा कि अपने इस स्केलेबल न नज़र आने वाले ग्रॉसरी डिलीवरी मॉडल को बंद करके कंपनी अपने मुख्य व्यवसाय फ़ूड डिलीवरी में ही ध्यान केंद्रित करे। और क्योंकि अब यह Grofers में बतौर हिस्सेदार शामिल हो चुकी है इसलिए वह अपने निवेश के ज़रिए हाई बेहतर परिणाम प्राप्त करने का इंतज़ार करे?

याद दिला दें Zomato ने Grofers में क़रीब $100 मिलियन का निवेश किया है, जो लगभग ₹735 करोड़ होता है।

Zomato ने मुख्यतः अपना ऑनलाइन ग्रॉसरी मॉडल पिछले साल लॉकडाउन के समय शूरू किया था, जिसको कुछ महीनों बाद ही कंपनी ने बंद कर दिया था। लेकिन कुछ ही समय बाद एक बार फिर से कंपनी ने इस क्षेत्र में दाँव लगाने का मन बनाया था, जो एक बार फिर से विफल साबित होता नज़र आ रहा है।

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