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‘SAMRIDH प्रोग्राम’ के तहत सरकार नए स्टार्टअप्स को देगी ₹40 लाख तक का फ़ंड, ‘100 यूनिकॉर्न’ बनाना है मक़सद

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Govt SAMRIDH Programme For Startups (India): भारत का स्टार्टअप ईकोसिस्टम काफ़ी तेज़ी से बढ़ता नज़र आ रहा है, इसका आंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस साल की शुरुआत से अब तक कुल 25 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न (Unicorn) का दर्जा हासिल कर चुके हैं। लेकिन अब सरकार इस रफ़्तार को और तेज करना चाहती है।

और इसी कड़ी में अब भारत सरकार ने बुधवार (25 अगस्त) को एक नए SAMRIDH प्रोग्राम का ऐलान किया है। इस प्रोग्राम के तहत सरकार क़रीब 300 आईटी स्‍टार्टअप्‍स को सपोर्ट प्रदान करेगी और क़रीब 100 स्टार्टअप को यूनिकॉर्न बनाने का लक्ष्य लेकर चलेगी।

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इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय की विशेष सचिव ज्योति अरोड़ा के अनुसार Startup Accelerator of MeitY for Product Innovation, Development & Growth (SAMRIDH) को MeitY ने सिलिकॉन वैली आधारित स्टार्टअप एक्सेलेरेटर YCombinator की तर्ज पर विकसित किया है।

अपने इस प्रोग्राम के तहत भारत सरकार की ओर से चयनित स्‍टार्टअप्‍स को सीड फंडिंग (Seed Funding), मार्गदर्शन (Mentorship) और बाजार तक पहुंच उपलब्‍ध कराई जाएगी।

SAMRIDH Programme For Startups By Govt of India

वैसे बता दें समृद्ध (SAMRIDH) प्रोग्राम के तहत इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स और आईटी मंत्रालय चयनित स्‍टार्टअप्‍स को ₹40 लाख तक का सीड फंड और इसके साथ ही छह माह तक उन्‍हें मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा।

दिलचस्प रूप से आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वह पहले भी 20 से अधिक स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन देने का काम कर चुकें हैं।

और वह इस यह समझते हैं कि एक आइडिया के प्रोडक्ट का रूप लेने के सफ़र के दौरान स्टार्टअप्स के लिए मार्गदर्शन बेहद अहम हो जाता है।

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इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि स्टार्टअप्स के लिए फंड की कमी कोई बड़ी समस्या नहीं है। बल्कि स्टार्टअप्स के आगे इससे भी बड़ी-बड़ी चुनौतियाँ होती हैं।

आईटी मंत्री के अनुसार;

“एक आइडिया को वास्‍तविक प्रोडक्ट में बदलने का अभाव या किसी आइडिया को एंटरप्राइज़ में बदलने के लिए आवश्‍यक स्किल को इक्कठा करने की कमी, अधिकांश स्‍टार्टअप्‍स के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होती है।”

मंत्री अश्विनी वैष्णव की मानें तो उपरोक्त चुनौतियों को लेकर स्‍टार्टअप्स को सही दिशा व सहयोग प्रदान किया जाए तो ये उन स्टार्टअप्स के भविष्य निर्माण में काफ़ी अहम योगदान साबित होगा।

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