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बैंकिंग प्लेटफॉर्म Cashaa भारत में लॉन्च करेगा क्रिप्टोकरेंसी सेविंग अकाउंट व लोन सुविधा

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Cashaa Cryptocurrency Account: भारत में व्याप्त तमाम तरीक़े की अनिश्चितताओं के बाद भी देश का क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है। और ऐसे में इस क्षेत्र की जुड़ी कंपनियाँ भी भारतीय क्रिप्टो बाज़ार की संभावनाओं पर दाँव लगाती नज़र आ रहीं हैं। इसी कड़ी में अब नया जुड़ता बाज़ार आ रहा है, बैंकिंग प्लेटफॉर्म Cashaa का।

जी हाँ! Cashaa ने ये भारत में अपनी सुविधाओं की पेशकश का ऐलान किया है। क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र के लिए कंपनी भारत में अगस्त के मध्य तक अपनी पर्सनल अकाउंट सेवाएँ पेश कर सकती है।

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कंपनी की ओर से एक प्रेस रिलीज़ में इस बात की जानकारी देते हुए कहा गया कि

“हम भारत के स्वतंत्रता दिवस सप्ताह के दौरान ही पैसों की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में अपनी सेवाओं को लॉन्च करने की योजना बना रहें हैं। और उम्मीद के अनुसार हम इस साल के अंत तक अकाउंट होल्डर्स को कार्ड भी जारी करना शुरू कर देंगें।”

United + Cashaa  = Unicas

Cashaa और United द्वारा मिलकर शुरू किया जा रहा, Unicas एक फ़िज़िकल लोकेशन के साथ शुरू की गई दुनिया का पहली क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय संस्थान’ कही जा रही है। असल में भारतीय नियमों के अनुसार कंपनी को ऐसी सेवाओं के लिए भारत में एक ऑफ़िस (फ़िज़िकल लोकेशन) स्थापित करना ज़रूरी है।

Cashaa: Cryptocurrency Saving Account

बता दें कंपनी ने भारत में पर्सनल अकाउंट सर्विस को शुरू करने की योजना बनाई है, जिसमें भारतीय रुपये और क्रिप्टोकरेंसी दोनों के लिए सेविंग अकाउंट (Saving Account), क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए लोन, क्रिप्टोकरेंसी की एवज़ में लोन और कार्ड जैसी सेवाएं शामिल हैं।

याद दिला दें पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगा दिया था। लेकिन इसके बाद भी देश में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने अपने ग्राहकों को क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने के लिए उनकी सेवाओं का इस्तेमाल करने को लेकर चेतावनी दी है।

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Cashaa के अनुसार;

“भले भारत ने औपचारिक रूप से क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध ना लगाया हो, लेकिन हाल ही में भारतीय बैंक क्रिप्टो और एक्सचेंजों पर नकेल कसते नज़र आ रहें हैं। भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंजों को इसके चलते काफ़ी संघर्ष करना पड़ रहा है क्योंकि बैंक क्रिप्टो-संबंधित अकाउंट्स में ट्रांसफ़र आदि जैसी सेवाओं को रोक रहे हैं। इसका नतीजा ये है कि ऐसे तमाम एक्सचेंज अब अपनी कानूनी रूप से वैध्य सेवाओं के लिए Cashaa की ओर रुख कर रहे हैं।”

इस बीच इंडियन एक्सप्रेस को “कंपनी द्वारा RBI से अनुमति प्राप्त करने संबंधित” सवाल को लेकर दिए जवाब में कंपनी ने कहा कि यूनाइटेड (United) एक बहु-राज्य सहकारी समिति के रूप में काम करता है और इस प्रकार इस मॉडल के लिए RBI की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।

कंपनी की मानें तो क्योंकि वह केवल सदस्यों को सेवाएं देते हैं, तो इसलिए उन्हें इस मॉडल के लिए RBI की अनुमति की आवश्यकता नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि United असल में नेशनल फेडरेशन ऑफ अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स एंड क्रेडिट सोसाइटीज लिमिटेड (NAFCUB) का सदस्य भी है।

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