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WhatsApp ने खुद ही लगाई नई ‘प्राइवेसी पॉलिसी’ पर रोक, दिल्ली हाईकोर्ट को दी सूचना

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WhatsApp puts new privacy policy on hold: ऐलान के बाद से ही भारत में एक बड़े विवाद का कारण बननें वाली अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी पर ख़ुद व्हाट्सऐप (WhatsApp) ने अपनी इच्छा से रोक लगा दी है। कंपनी ने इस बात की जानकारी दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने सुनवाई के दौरान दी।

जी हाँ! एक सुनवाई के दौरान WhatsApp ने ख़ुद कोर्ट को बताया कि उसने नई प्राइवेसी पॉलिसी को फिलहाल अपनी इच्छा से रोक (होल्ड) रखा हुआ है।

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लेकिन सबसे दिलचस्प ये है कि कंपनी ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को रद्द नहीं किया है, बल्कि इसको लागू करने की एक समय सीमा तय की है।

असल में Facebook के मालिकाना हक़ वाली लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप WhatsApp ने अदालत में साफ़ तौर पर कहा कि जब तक भारत डेटा प्रोटेक्शन बिल (Data Protection Bill) को लागू करता है, कंपनी अपने यूजर्स को नई प्राइवेसी पॉलिसी चुनने के लिए मजबूर नहीं करेगी।

WhatsApp puts new privacy policy on hold: क्या है कोर्ट का मामला?

दिल्ली हाईकोर्ट में WhatsApp और Facebook ने अदालत की ही एक एकल-न्यायाधीश पीठ द्वारा दिए आदेश को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की है, जिसको लेकर आज सुनवाई चल रही है।

Credits: Wikimedia Commons

याद दिला दें 23 जून को दिल्ली हाईकोर्ट की एकल-न्यायाधीश पीठ ने नई प्राइवेसी पॉलिसी की जांच के सिलसिले में Facebook और WhatsApp से कुछ सूचना मांगने वाले CCI के नोटिस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। और इसी फ़ैसले को कंपनियों ने फिर से चुनौती दी है।

WhatsApp की ओर से अदालत में पैरवी करते हुए वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि WhatsApp ने MeitY द्वारा दिए नोटिस का जवाब दिया है।

साथ ही उन्होंने कोर्ट को यह भी बताया कि कंपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को न एक्सेप्ट करने वाले यूज़र्स के लिए ऐप की सेवाओं को सीमित नहीं करेगी।

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लेकिन यूज़र्स को इस नई प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट के बारे में ऐप पर पॉप-अप डिस्प्ले करना जारी रखा जाएगा।

वैसे WhatsApp ने साफ़ कहा है कि वह यह प्रतिबद्धता जताता है कि भारतीय संसद द्वारा कानून बनाए जाने तक वह नई पॉलिसी अपडेट को लागू नहीं करेगा।

कंपनी के मुताबिक़ अगर संसद उसे भारत के लिए एक अलग पॉलिसी बनाने की अनुमति देती है, तो कंपनी उस दिशा में भी विचार कर सकती है।

फ़िलहाल अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट के तहत WhatsApp यूज़र्स डेटा को थर्ड पार्टी से शेयर करने और भारत व यूरोप के लिए आपकी अलग-अलग पॉलिसी बनाने जैसे तमाम विवादों का सामना कर रहा है।

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