Paresh B Lal, WhatsApp: इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने 25 मई से लागू हुए भारत के नए आईटी नियमों के तहत अब ‘परेश बी. लाल’ को देश का ‘ग्रीविएंस ऑफिसर’ बनाया है। पहले से ही अपनी विवादित प्राइवेसी पॉलिसी के तहत देश में आलोचनाओं से घिरे WhatsApp ने मानों अब आईटी नियमों के चक्कर में किसी नए विवाद से दूरी बनाए रखने का मन बना लिया है।
परेश बी. लाल को अपना ग्रीविएंस ऑफिसर यानि शिकायत निवारण आधिकारी बनाए जाने का ख़ुलासा ख़ुद कंपनी की वेबसाइट के ज़रिए हुआ है।
Paresh B Lal, (Grievance Officer – WhatsApp India)
WhatsApp की वेबसाइट में दर्ज डिटेल्स के अनुसार यूज़र्स या अन्य संबंधित व्यक्ति आदि परेश बी. लाल को किसी भी शिकायत के लिए कॉन्टैक्ट कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें हैदराबाद स्थित बंजारा हिल्स के पते पर शिकायत भेजनी होगी।
व्हाट्सएप इंडिया को मिला स्थानीय ग्रीविएंस ऑफिसर
असल में सरकार के नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से अधिक यूज़र्स वाले सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों को देश में कम से कम एक ग्रीविएंस ऑफिसर, एक नोडल ऑफिसर और एक चीफ कम्पलायंस ऑफिसर की नियुक्ति करनी होगी। और सबसे अहम बात ये कि ये सभी अधिकारी भारत के रहने वाले होने चाहिए।
इस बीच ग़ौर करने वाली बात ये है कि अन्य डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म भी सोशल मीडिया नियमों का पालन करने की पहल करते नज़र आने लगे हैं। उदाहरण के लयें Google के ‘Contact Us’ पेज पर Jeo Grier का नाम दिखाई दे रहा है, लेकिन उनका पता Mountain View, US ही दिख रहा है। वहीं YouTube ने भी भारत के लिए अपने ग्रीविएंस ऑफिसर की डिटले दर्ज कर दी है।
इतना ही नहीं बल्कि नए नियमों के मुताबिक़ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को हर महीनें प्राप्त हुई शिकायतों और उनके निवारण से जुड़ी एक रिपोर्ट भी जारी करनी होगी। उसमें यह भी बताना होगा कि किन पोस्ट और कंटेंट को हटाया गया और उसके पीछे वजह क्या थी?
इस बीच जहाँ एक तरफ़ Facebook और Google जैसी कम्पनियों ने पहले ही सरकार ने नए नियमों का पालन सुनिश्चित करने की बात कह दी है, वहीं Twitter को कल ही दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से एक निर्देश देते हुए तीन हफ़्तों में नए नियमों का पालन शुरू करने के लिए कहा गया है।