PUBG Mobile Users Data: हम सब जानते हैं कि पबजी मोबाइल (PUBG Mobile) देश में बैन हो चुका है और इसको बनाने वाली कोरियाई कंपनी, Krafton ने अब तो नए बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (Battlegrounds Mobile India) के लॉन्च तक का ऐलान कर दिया है। लेकिन इसके बाद भी अब ये सामने आया है कि भले PUBG Mobile देश में बैन हो चुका है, लेकिन भारत में बने यूज़र्स अकाउंट का डेटा अभी भी ऑनलाइन मौजूद है।
जी हाँ! भारत में यूज़र्स डेटा की सुरक्षा आदि वजहों के बैन हुआ पबजी (PUBG) एक बार फिर से विवादों से घिरता नज़र आ रहा है, ख़ासकर ऐसे वक़्त में जब कंपनी के नए गेम का प्री-रजिस्ट्रेशन भी देश में शुरू हो चुका है।
PUBG Mobile के भारतीय Users का Data ऑनलाइन है मौजूद
असल में द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़ ये सामने आया है कि भारतीय यूजर्स का पबजी मोबाइल (PUBG Mobile) से जुड़ा पुराना डेटा अभी भी ऑनलाइन मौजूद है।
इससे भी ज़्यादा हैरानी की बात ये है कि रिपोर्ट के मुताबिक़ इस डाटा को सर्वर पर आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
एक पिछली रिपोर्ट में ये कहा गया था कि भारत में पबजी मोबाइल पर बने यूजर्स अकाउंट और अन्य गेम की इनवेंटरी आदि को बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम में यूज़र्स की मर्ज़ी से ट्रांसफर या माइग्रेट किया जा सकेगा।
लेकिन नई रिपोर्ट की मानें तो बैन के पहले भारत में पबजी मोबाइल का ज़िम्मा संभालने वाली चीनी कंपनी Tencent द्वारा उन सालों में कलेक्ट किया गया डेटा अभी भी वैसे ही मौजूद है।
अभी भी आप एक्सेस कर सकते हैं अपने PUBG अकाउंट का डेटा
बता दें PUBG Mobile असल में KR Cross-Play फंक्शन का इस्तेमाल करता है, और एक ग्लोबल सर्वर पर चलता है। इसलिए गेम पर बैन लगाने के साथ ही सरकार ने इस सर्वर को भी ब्लॉक कर दिया था।
लेकिन जब VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) हो तो ब्लॉक कैसे? जी हाँ! कई गेमर्स अभी भी VPN की मदद से गेम खेल रहे हैं और अपनो पबजी प्रोफ़ाइल को एक्सेस कर पा रहे हैं।
रिपोर्ट की मानें तो भारतीय गेमर्स की प्रोफ़ाइल से जुड़े रिवॉर्ड्स, स्टैटिस्टिक्स आदि डेटा को VPN की मदद से गेम में लॉग-इन करके देखा जा सकता है।
उठी बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया के बैन की माँग
इन तमाम विवादों आदि के बीच ही अब इस नए गेम से जुड़ी एक और खबर भी सुर्ख़ियाँ बटोर रही है। असल में अरुणाचल प्रदेश के विधायक निनॉन्ग एरिंग ने बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया नामक नए गेम पर भी बैन लगाने की मांग की है।
विधायक निनॉन्ग एरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर इस गेम पर बैन लगाने की मांग की है और कहा है कि पिछले साल बैन किए गए पबजी मोबाइल गेम को ही फिर से रि-लॉन्च किया जा रहा है।
इस बार डेटा को लेकर Krafton पहले ही दे चुका है सफ़ाई
कहते हैं ना “दूध का जला छांछ भी फूँक-फूँक कर पीता है“, कुछ ऐसा ही देखने को मिला है Krafton के साथ भी, जिसने नए गेम को लेकर कुछ नई पॉलिसी जारी हैं, जिसके मुताबिक़ इस बार गेम का पूरा डेटा भारत में ही स्टोर किया जाएगा।
लेकिन इससे भी दिलचस्प बात ये है कि नई पॉलिसी के मुताबिक़ 18 साल से कम उम्र वाले गेमर्स को अब नया गेम खेलने से पहले अपने पैरेंट्स (अभिभावकों) की परमिशन (मंज़ूरी) लेनी होगी।
साथ ही 18 साल से कम उम्र के प्लेअर्स को हर दिन केवल अधिकतम तीन घंटे ही गेम खेलने की इजाज़त होगी, इसके बाद वह इसको उस दिन के लिए एक्सेस नहीं कर पाएँगें। 18 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए इन-ऐप खरीदारी को भी प्रति दिन ₹7,000 तक सीमित कर दिया गया है।