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भारत में Amazon Seller Services ने पैरेंट कंपनी से हासिल किए ₹915 करोड़

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अमेरिका आधारित ई-कॉमर्स दिग्गज Amazon की मार्केटप्लेस इकाई अमेजन सेलर सर्विसेज (Amazon Seller Services) ने अपनी पैरेंट कंपनी से ₹915 करोड़ का धन प्राप्त किया है। इस बात की जानकारी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के दस्तावेजों के ज़रिए सामने आई है। 

आपको बता दें Amazon Seller Services ने ये निवेश सिंगापुर स्थित Amazon Corporate Holdings के नेतृत्व में हासिल किया था, जिसमें Amazon.com Inc ने भी भागीदारी की है।

इन दोनों कंपनियों ने प्रति शेयर ₹10 के मूल्य पर कुल 915 मिलियन इक्विटी शेयर आवंटित करते हुए ये निवेश किया है, जिसको सबसे पहले ET ने रिपोर्ट किया।

आपको बता दें इस साल Amazon द्वारा इसके भारतीय मार्केटप्लेस में किया गया यह पहला निवेश है। लेकिन उससे भी दिलचस्प बात ये है कि ये निवेश तब आया है जब कंपनी ने भारत में लघु और मध्यम व्यवसायों (SMBs) और स्टार्टअप्स के डिजिटलीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए $250 मिलियन का Amazon Smbhav Venture Fund बनाया है।

इसके पहले पिछले साल जुलाई 2020 में Amazon ने Amazon Seller Services यानि अपने भारतीय  मार्केटप्लेस में ₹2,310 करोड़ का निवेश किया था।

बिज़नेस अच्छा होने के बाद भी भारत में मुश्किलों में है Amazon

इस बीच भारत में Amazon की स्थिति बिज़नेस के मामले में तो भले बेहतर हो, लेकिन भारतीय नियामकों के बीच इसको मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

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असल में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने विक्रेताओं के संघों की शिकायतों के आधार पर Amaozn और Flipkart के ख़िलाफ़ तामम आरोपों को लेकर शिकायत प्राप्त की है।

इतना ही नहीं बल्कि हाल ही में विक्रेता संघों ने Amazon पर लॉकडाउन के नियमों का भी उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसमें कहा गया है कि कंपनी कई जगहों पर प्रतिबंध के बाद भी ग़ैर-आवश्यक चीज़ों की कैटेगॉरी जैसे बुक्स, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक्स आदि की डिलीवरी सुविधा दे रही है।

Amazon ने बढ़ाए हैं मदद के हाथ

लेकिन इसी बीच कंपनी कंपनी अपने सबसे अहम बाज़ारों में से एक यानि भारत में कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में भी बढ़-चढ़ कर मदद करती नज़र आ रही है, जिसके तहत कंपनी ने भारत के लिए $2.5 मिलियन की सहायता राशि की पेशकश की है। और साथ ही भारत में चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिहाज़ से भी मदद को हाथ आगे बढ़ाया है।

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