Yahoo का नाम तो आप सबनें कभी न कभी तो सुना ही होगा, जिस पर मालिकाना हक़ Verizon Communications का है। लेकिन अब Verizon ने अपने मीडिया बिज़नेस (जिसमें Yahoo और AOL भी आते हैं) को क़रीब ₹36,930 करोड़ ($5 बिलियन डॉलर) में Apollo Global Management Inc को बेचने का फ़ैसला किया है।
इस बात की जानकारी ख़ुद Verizon ने सोमवार को दी है, जो ऐसा लगता है कि अब सालों के संघर्ष के बाद अपने डिजिटल मीडिया बिज़नेस से पीछा छुड़वाना चाहता है।
Verizon ने Apollo को बेचा Yahoo और AOL
हम सब जानते हैं की Verizon ने 2018 में अपने डिजिटल मीडिया बिज़नेस की वैल्यूएशन क़रीब ₹33,970 करोड़ ($4.6 बिलियन) बताई थी, लेकिन सालों पुराने उसके इस बिज़नेस को लेकर कंपनी लंबे समय से संघर्ष कर रही थी। पर Google और Microsoft जैसी टेक दिग्गज़ कंपनियों के साथ प्रतिद्वंदिता करने वाली ये कंपनी शायद उम्मीद के मुताबिक़ विकास नहीं कर पा रही थी।
ग़ौर करने वाली बात ये भी है कि Digital विज्ञापन व्यवसाय के मामले में भी Yahoo लगातार Facebook, Google, Twitter आदि से टक्कर लेने में असमर्थ नज़र आ रहा था।
अब इस नई डील के तहत Verizon जहाँ क़रीब ₹31,390 करोड़ ($4.25 बिलियन) नकद और लगभग ₹5,540 करोड़ ($750 मिलियन) इंट्रेस्ट के तौर पर हासिल करेगा वहीं इस सौदे की शर्तों के तहत Verizon Media में इसको 10 प्रतिशत हिस्सेदारी भी मिलेगी।
आपको बता दें इस डील के पूरा होने के बाद इस बिज़नेस इकाई को Yahoo का नाम दिया जा सकता है। इस सौदे के 2021 की दूसरी छमाही तक में पूरे होने की उम्मीद की जा रही है।
इस बीच अगर Verizon Media के पोर्टफोलियो की बात करें तो इसमें TechCrunch, Makers, Ryot, और Flurry जैसे ऑनलाइन ब्रांड शामिल हैं।
Verizon और Yahoo का इतिहास
2017 में Verizon ने Yahoo की इंटरनेट प्रॉपर्टी को क़रीब ₹33,090 करोड़ ($4.48 बिलियन) में खरीदा था। तब कंपनी को उम्मीद थी कि वह Yahoo के क़रीब 1 बिलियन से अधिक उपयोगकर्ता के साथ अपने ऑनलाइन विज्ञापनों व्यवसाय को बढ़ा सकेगी।
वहीं अगर बात ई-मेल सर्विस AOL की करें तो Verizon ने 2015 में क़रीब ₹32,500 करोड़ ($4.4 बिलियन) में इसका अधिग्रहण किया था।