Google Play Free Trials: पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ऑनलाइन लेनदेन को लेकर Recurring Online Transactions (निश्चित समय पर होते रहने वाले ट्राज़ैक्शन) के संबंध में एक नए नियम का ऐलान किया था।
इस नए नियम के तहत अब किसी भी सब्स्क्रिप्शन के लिए Recurring पेमेंट को लेकर क्रेडिट, डेबिट, यूपीआई या आदि किसी ज़रिए से पैसे काटने से पहले यूज़र्स की एक बार सहमति की आवश्यकता होती है। और अब इस नए नियम का प्रभाव भी दिखने सा लगा है।
असल में RBI के इस नए नियम के चलते अब Google कथित तौर पर डेवलपर्स को ई-मेल भेजकर देश में Play Store पर उपलब्ध उनके ऐप्स में फ़्री ट्रायल (Free Trials) सुविधा को ख़त्म करने के लिए कह रहा है।
Google Play Store ‘Free Trials’ in India?
असल में XDA Developers द्वारा जारी एक रिपोर्ट में ये कहा गया है कि ऐसा लगता है कि Google भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए ऑटो-रिन्युल सब्स्क्रिप्शन को लेकर नए साइनअप रोकना चाहता है। ऐसा कुछ समय तक के लिए किया जा सकता है जब तक Google भारत में RBI के नियमों का पालन करने का कोई तरीक़ा तलाश नहीं लेता।
और क्योंकि Google Play Store पर ऐप्स के सब्स्क्रिप्शन के लिए फ़्री ट्रायल (Free Trials) ऑटो-रिन्यूअल से जुड़े होते हैं, इसलिए Google को कथित रूप से ये कदम उठाना पड़ रहा है।
आपको बता दें RBI ने इन नए नियमों के पालन के लिए शुरू में 31 मार्च, 2021 तक का समय देने की योजना बनाई गई थी, लेकिन इसके बाद इसकी समयसीमा बढ़ाकर 30 सितंबर, 2021 कर दी गई।
पर ये साफ़ कर दें कि यह कथित बदलाव किसी ऐसे ऐप सब्स्क्रिप्शन को प्रभावित नहीं करेगा, जो एक ख़ास समय तक के लिए होते हैं, जैसे अगर आप किसी ऐप पर एक महीने की सदस्यता खरीदते हैं और जब यह समाप्त हो जाती है, तो आप इसे फिर से खरीद सकते हैं।
इस बीच सामने आई रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि Google ने डेवलपर्स को Play Store पर ऑटो-रिन्यूअल विकल्प को वन-टाइम सब्स्क्रिप्शन के साथ बदलने के लिए कहा है। लेकिन इतना साफ़ है कि इससे मौजूदा ऑटो-रिन्यूअल सब्स्क्रिप्शन प्रभावित नहीं होंगें।
ग़ौर करने वाली बात ये है कि अभी फ़िलहाल भारत में Google Play Store ने फ़्री ट्रायल (Free Trials) और ऑटो-रिन्यूअल के विकल्पों को बनाए रखा है।
पर कहा ये जा रहा है कि इन नए परिवर्तनों को लेकर Google अभी पहले डेवलपर्स को सूचित कर रहा है और बाद में इसको मई के शुरुआती हफ़्तों से लाइव किया जा सकता है।
लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि ये फ़्री ट्रायल (Free Trials) हमेशा के लिए बंद हो सकते हैं, क्योंकि एक बार इसका सामाधन निकालने के बाद कंपनी हो सकता है सुविधा को बरक़रार रखे।