तेज़ी से लोकप्रियता हासिल कर रही गुरुग्राम आधारित फ्लिप-फ्लॉप ब्रांड Solethreads ने अपने सीरीज़-ए फ़ंडिंग राउंड में DSG Consumer Partners और वेंचर कैपिटल फ़ंड Saama Capital से ₹13 करोड़ हासिल करने का ऐलान किया है।
इस नए निवेश के बाद कंपनी ने कहा कि वह हासिल किए गए फ़ंड का इस्तेमाल मुख्यतः ‘ब्रांड-बिल्डिंग’ और अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए करेगी।
ओपन फुटवियर ब्रांड Solethreads में निवेश को लेकर Saama Capital के मैनेजिंग पार्टनर ऐश लिलानी ने कहा;
“भारत में ओपन फुटवियर कैटेगॉरी का बाज़ार $1.5 बिलियन से अधिक का है और ये 15% के CAGR से तेज़ी से बढ़ रहा है।”
बता दें Solethreads नामक इस डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर फ़्लिप-फ़्लॉप फुटवियर ब्रांड को 2018 में सुमंत ककारिया और गौरव चोपड़ा ने शुरू किया था।
दिलचस्प ये है कि दोनों संस्थापकों के पास कंपनी शुरू करने से पहले कुल मिला कर फुटवियर और रिटेल इंडस्ट्री का 13 सालों का अनुभव रहा है। वहीं 2020 में कंपनी के इस सफ़र में बतौर सह-संस्थापक विक्रम अय्यर और अपराजित कथूरिया भी शामिल हुए।
ख़ास ये है कि Solethreads सिर्फ़ एक प्लेटफ़ॉर्म के बजाए मुख्यतः एक ओपन फुटवियर ब्रांड की तरह काम करती है। मतलब ये कि अपनी वेबसाइट के साथ ही साथ कंपनी अपने प्रोडक्ट को Amazon, Myntra, Flipkart और Ajio जैसे ईकॉमर्स प्लेटफार्मों के ज़रिए भी बेचती है।
इतना ही नहीं बल्कि कंपनी ऑफलाइन तौर पर भी संभावनाओं को तलाशने के लिए प्रीमियम फुटवियर रिटेलर Metro Shoes के साथ भागीदारी कर रही है।
प्रोडक्ट की बात करें तो इसके प्रोडक्ट लाइनअप मॉडर्न सामग्रियों का इस्तेमाल करने की वजह से पारंपरिक फ्लिप-फ्लॉप से अलग होते हैं। यह अब तक ये स्टार्टअप TruBounce जैसे हल्के और शॉक-अब्ज़ॉर्बर फुटवियर तकनीक, सूपरफ़ोम का इस्तेमाल करने वाले SquishySoft और Synturf Grass पेटेंट पोर्टफ़ोलियो में जोड़ चुका है।
यह इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि भारत विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक है। भारत का फुटवियर उत्पादन वैश्विक वार्षिक उत्पादन का लगभग 9% है।
Research And Markets द्वारा पेश की गई इंडिया फुटवियर मार्केट रिपोर्ट 2019 में कहा गया है कि 2017-2023 के दौरान देश का फुटवियर बाजार 4.5% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ता हुआ $320.4 बिलियन तक पहुंच सकता है।