भारत सरकार ने कथित रूप से टैक्स चोरी का आरोप लगाते हुए देश में TikTok का संचालन करने वाली ByteDance India के बैंक अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है।
जी हाँ! ख़बरों के मुताबिक़ सरकार आधिकारियों द्वारा उठाए गए इस क़दम के बाद देश में TikTok की पैरेंट कंपनी ByteDance India ने कोर्ट में जाकर अदालत से अकाउंट को वापस शुरू किए जाने की अपील की है और यह तर्क दिया है कि सरकार के इस क़दम से उसके संचालन में प्रभाव पड़ेगा।
असल में ये तमाम जानकरियाँ Reuters की एक रिपोर्ट के ज़रिए सामने आ सकी हैं। याद दिला दें पिछले साल भारत और चीन की सीमा पर बढ़े तनाव के बाद भारत सरकार ने तमाम लोकप्रिय चीनी ऐप्स को देश में बैन कर दिया था, जिसमें TikTok भी शामिल था।
और नए साल पर भी जब सरकार ने कंपनी की तमाम कोशिशों के बाद भी अपने TikTok बैन संबंधी आदेश को बरक़रार रखने का ऐलान किया, तब ByteDance India ने अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती भी की थी।
बता दें चीन लगातार ही भारत के इस क़दम की आलोचना करता रहा है और चीन का कहना है कि भारत विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का उल्लंघन कर रहा है।
इस बीच सरकार का नया बैंक अकाउंट्स को ब्लॉक करने का क़दम इसलिए भी कंपनी को परेशान कर सकता है क्योंकि ByteDance India के अभी भी भारत में लगभग 1,300 कर्मचारी हैं, जो मुख्यतः इसके अन्य देशों में हो रहे संचालन को लेकर अपनी सेवाएँ दे रहे हैं, जैसे कंटेंट मॉडरेशन का काम आदि।
ByteDance India Bank Account Case: क्यों ब्लॉक हुआ बैंक अकाउंट?
बता दें मार्च 2021 के मध्य में Citibank और HSBC में खुले हुए ByteDance India के अकाउंट्स को आधिकारियों के आदेश के बाद ब्लॉक कर दिया गया था, जिसके पीछे कथित रूप से टैक्स चोरी को वजह बताया गया था।
सूत्रों के मुताबिक़ ये टैक्स चोरी असल में ByteDance की भारतीय इकाई और इसकी सिंगापुर स्थित इकाई, TikTok Pte Ltd. के बीच कुछ ऑनलाइन विज्ञापनों को लेकर हुए लेनदेन में की गई है।
सूत्रों के अनुसार ByteDance India के बैंक अकाउंट्स को फ़्रीज़ करने का ये क़दम टैक्स आधिकारियों द्वारा पिछले साल कंपनी के ऑफ़िसों में दस्तावेजों का निरीक्षण, उनकी जांच और पैरेंट कंपनी के साथ विज्ञापन और अन्य लेनदेन के संबंध में की गई पूछताछ के आधार पर उठाया गया है।
ByteDance India ने ली बॉम्बे हाईकोर्ट की शरण
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि इन दो बैंक अकाउंट को ब्लॉक करने के अलावा अधिकारियों ने CitiBank और HSBC को यह भी निर्देश दिए हैं कि ByteDance India को उसके टैक्स आयडेंटिटीफ़िकेशन नंबर से जुड़े किसी भी अन्य बैंक अकाउंट में पैसे निकालने की अनुमति ना दी जाए।
इसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक याचिका में ByteDance ने कहा कि उसके बैंक अकाउंट्स में सिर्फ़ $10 मिलियन ही थे, और ये क़दम क़ानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग है। इस क़दम के चलते कंपनी को कर्मचारियों की सैलरी और अन्य टैक्स देने में मुश्किल आ रही है।
इस बीच कंपनी की ओर से कहा गया है कि वह स्थानीय कानूनों और नियमों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन कंपनी इस क़दम और इसके पीछे की वजह से सहमत नहीं है, लेकिन इसके बाद भी वह सरकार को अपना पूरा सहयोग देगी।