Now Reading
कम हुई डिलीवरी फ़ीस के विरोध में Amazon India के ‘डिलीवरी पार्टनर्स’ कर सकते हैं हड़ताल

कम हुई डिलीवरी फ़ीस के विरोध में Amazon India के ‘डिलीवरी पार्टनर्स’ कर सकते हैं हड़ताल

amazon-prime-lite-in-india-price-other-details

दिग्गज़ ई-कॉमर्स कंपनी Amazon द्वारा डिलीवरी फ़ीस कम करने के फैसले के विरोध में Amazon India के डिलीवरी पार्टनर्स ने हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे और दिल्ली-एनसीआर में 24 घंटे की हड़ताल (Strike) का ऐलान किया है।

दिलचस्प ये है कि डिलीवरी पार्टनर्स की माँग है कि सभी कॉंट्रैक्ट कर्मचारियों के लिए बीमा कवर की सुविधा प्रदान की जाए।

याद दिला दें 15 मार्च को पुणे में Amazon India के डिलीवरी कर्मियों ने कंपनी द्वारा डिलीवरी शुल्क कम करने के बाद एक विरोध प्रदर्शन (Strike) किया था।

इसको लेकर गिग वर्कर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली ट्रेड यूनियन संस्था, इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप-बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स (IFAT) ने कहा कि उसने पिछले तीन दिनों में डिलीवरी पार्टनर्स के साथ चर्चा की है ताकि उनकी शिकायतों को समझा जा सके।

IFAT के राष्ट्रीय महासचिव, शेक सलाउद्दीन ने कहा है कि 15 मार्च को Amazon India ने एक नई पॉलिसी जारी की थी जिसमें कहा गया था कि डिलीवरी कर्मी अब छोटे पैकेज डिलीवर करने पर ₹10 दिए जाएँगे, वहीं टेम्पो के ज़रिए डिलीवरी करने पर ₹15 दिए जाएँगे।

साथ ही उनका कहना रहा कि Amazon अपने डिलीवरी कर्मचारियों को डिलीवरी पर ₹35 तक देता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पिछले साल लॉकडाउन से पहले डिलीवरी कर्मचारी लगभग ₹20,000 प्रति माह कमा लेते थे, लेकिन अब वह औसतन ₹10,000 तक ही कमा पा रहे हैं?

क्या Amazon India की पॉलिसी पर पड़ेगा डिलीवरी पार्टनर्स की Strike का असर?

इस हड़ताल वजह से ऊपर बताए गए शहरों में Amazon India का ऑपरेशन प्रभावित होने की उम्मीद है, क्योंकि ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कीं इस विरोध प्रदर्शन में क़रीब 10,000-25,000 डिलीवरी कर्मी शामिल हो सकते हैं।

amazon-india-delivery-partners-to-go-on-strike

See Also
byjus-cfo-ajay-goel-quits-to-head-back-to-vedanta

असल में 2020 से तकनीकी कंपनियों और स्टार्टअप्स द्वारा पॉलिसी के बदलावों के बीच गिग वर्कर्स के द्वारा बड़ी संख्या में विरोध दर्ज करवाया गया है। असल में पिछले साल महामारी और लॉकडाउन के चलते प्रभावित हुई कंपनियों ने कई तरह के बदलाव किए हैं, जिनमें से कुछ कर्मचारियों के हक़ में हैं तो कुछ का असर कर्मचारियों पर नकारात्मक रूप से भी पड़ रहा है।

इस बीच ये हड़ताल कब होने जा रही है, इसको लेकर कोई तारीख़ आधिकारिक रूप से सामने नहीं आई है, लेकिन देखना ये दिलचस्प होगा कि क्या इसके पहले ही Amazon इन कर्मचारियों की बात मान जाएगा?

क्या है Amazon India से डिलीवरी कर्मियों की माँग?

इस बीच सलाउद्दीन ने कहा कि Amazon से डिलीवरी फ़ीस को दोपहिया वाहनों के लिए ₹20 और वैन का इस्तेमाल करने वालों के लिए ₹70-₹80 करने की माँग की जा रही है।

इसके साथ ही यूनियन की माँग है कि कंपनी डिलीवरी स्टाफ को 20-25 वॉलेट एनरोल करने पर ₹480 तक का भुगतान करे और Amazon Pay ग्राहकों की KYC प्रोसेस करने को लेकर बाध्य न किया जाए।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.