देश में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के मक़सद से बनाई गई स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (Startup India Seed Fund Scheme) के लिए अब भारत सरकार ने एक विशेषज्ञ सलाहकार समिति (एक्स्पर्ट एडवाइजरी कमेटी) का गठन किया है।
असल में सरकार की ये एक्स्पर्ट एडवाइजरी कमेटी ‘स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम’ के संचालन और निगरानी की ज़िम्मेदारी नज़र आएगी।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के एक कार्यालय ज्ञापन के अनुसार, ये एक्स्पर्ट एडवाइजरी कमेटी इस योजना के तहत धन के आवंटन के लिए इनक्यूबेटरों का मूल्यांकन और चयन करेगी।
साथ ही ये उनके प्रगति की निगरानी रखने का भी काम करेगी ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि इस योजना के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए धन का सहित से और सभी आवश्यक कदमों के लिए इस्तेमाल हो रहा है की नहीं?
आपको याद दिला दें DPIIT ने ने फरवरी में आईडिया, प्रोटोटाइप विकास, उत्पाद ट्रेल्स, बाजार में प्रवेश और व्यावसायीकरण आदि के संदर्भ में स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एक ऑपरेशनल गाइडलाइन जारी की थी।
आपको बता दें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग से एच. के. मित्तल ही एक्स्पर्ट एडवाइजरी कमेटी की अध्यक्षता करेंगें।
वहीं कमेटी के अन्य प्रतिनिधियों में DPIIT के सदस्य, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, नीति आयोग और स्टार्टअप ईकोसिस्टम के विशेषज्ञ सदस्य भी शामिल होंगे।
बता दें Startup India Seed Fund Scheme (SISFS) की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्टार्टअप इंडिया (Startup India) पहल के 5वें वर्षगांठ के मौक़े पर की थी। इस फंडिंग में मुख्य रूप से प्रूफ कॉन्सेप्ट, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, प्रोडक्ट ट्रायल, मार्केट एंट्री और कमर्शियलाइजेशन को लेकर वित्तीय सहायता दी जानी है।
Startup India Seed Fund Scheme: मिलेगी कुल इतनी राशि
Startup India Seed Fund Scheme के माध्यम से शुरुआती स्तर के टेक स्टार्टअप्स को ₹945 करोड़ की मदद प्रदान की जाएगी। इस रक़म को मुख्य रूप से 2021-25 के बीच चुनिंदा स्टार्टअप इनक्यूबेटर्स के बीच बांटा जाएगा।
Department for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT) के तहत रजिस्टर स्टार्टअप ही फंडिंग का लाभ हासिल कर पाएँगें। आँकड़ो के अनुसार, जनवरी, 2021 तक कुल 42,813 भारतीय स्टार्टअप DPIIT के तहत रजिस्टर हो चुके हैं।
इस Startup India Seed Fund Scheme का लाभ उठाने के लिए स्टार्टअप दो साल से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए, तभी उसको शुरुआती स्तर का स्टार्टअप माना जाएगा।
इसे 1 अप्रैल, 2021 से लागू किया जाएगा। पूरे भारत में पात्र इनक्यूबेटरों के माध्यम से योग्य स्टार्टअप को ही सीड फ़ंडिंग प्रदान की जाएगी। इस योजना से क़रीब 3,600 स्टार्टअप को मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है।
Startup India Seed Fund Scheme: इनको मिलेगी प्राथमिकता?
इसको लेकर आधिकारिक अधिसूचना जारी करते वक़्त कहा गया था कि सोशल इंपैक्ट, वेस्ट मैनेजमेंट, वॉटर मैनेजमेंट, फाइनेंशियल इन्क्लूजन, एजुकेशन, एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग, बायोटेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, एनर्जी, मोबिलिटी, डिफेंस, स्पेस, रेलवे, ऑयल और गैस, टेक्सटाइल आदि सेक्टर के स्टार्टअप्स द्वारा किए जा रहे इनोवेटिव सॉल्यूशन को प्राथमिकता दी जाएगी।