इस बात में कोई शक नहीं है कि पिछले कुछ साल से भारत में Apple के प्रोडक्ट्स को काफ़ी पसंद किया जाने लगा है और लोगों की इनके प्रति रुचि बढ़ी है, और ऐसे ही प्रोडक्ट में से एक है लेटेस्ट सीरीज़ iPhone 12
हाल ही में टेक दिग्गज़ कंपनी ने भारी आयात शुल्क से बचने के लिए भारत में ही iPhone SE 2020 और iPhone 11 को असेंबल करना शुरू किया है। लेकिन अब अपनी बिक्री के आँकड़ो में और सुधार करने के लिए अब Apple ने अपने लेटेस्ट फ्लैगशिप स्मार्टफोन, iPhone 12 का प्रोडक्शन भी भारत में शुरू करने का मन बनाया है।
असल में बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ Apple अपनी उत्पादन क्षमता का लगभग 7-10% चीन से भारत में ट्रांसफ़र करने की योजना बना रहा है। और इसी कड़ी में iPhone 12 के प्रोडक्शन को भी भारत में शिफ़्ट किया जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार कंपनी तमिलनाडु में स्थित अपनी Foxconn की यूनिट में इस प्रोडक्शन की शुरुआत कर सकती है। आपको बता दें ये वही प्रोडक्शन यूनिट है जिसने 2020 में वापस भारत में iPhone 11 का प्रोडक्शन शुरू किया था।
इसलिए अंदेशा इसी बात का लगाया जा रहा है कि चीन से अपने प्रोडक्शन के कुछ हिस्से को Apple भारत में शिफ़्ट करने के लिए चेन्नई स्थित प्रोडक्शन यूनिट के संसाधनों का इस्तेमाल कर सकती है।
दिलचस्प ये है कि अगर ऐसा होता है तो iPhone 12 भारत में निर्मित होने वाला Apple का दूसरा फ्लैगशिप फ़ोन होगा। कंपनी पहले से ही iPhone XR, iPhone SE 2020 और iPhone 11 को देश में ही तैयार कर रही है।
रिपोर्ट की मानें तो कंपनी iPhone 12 Mini के ज़रिए इस प्रोडक्शन को शिफ़्ट करने की शुरुआत कर सकती है। लेकिन हम साफ़ कर दें कि इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और सूत्रों के अनुसार अभी कोई अंतिम फ़ैसला भी नहीं किया गया है।
इस बीच तमाम रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कुछ समय पहले ख़बर ये भी आई थी कि Apple भारत में iPads का उत्पादन भी शुरू कर सकती है, जिसके लिए कंपनी सरकार के साथ बातचीत कर रही है।
बता दें सूत्रों के मुताबिक़ रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में बने हुए iPhone 12 को भारतीय रिटेल बाज़ार में बेचा भी जाएगा और साथ ही अन्य देशों में निर्यात भी किया जाएगा।
Apple iPhone 12 के भारत में बनने से क्या होगा लोगों को फ़ायदा?
भारत में उत्पादन के चलते iPhone 12 के लिए Apple को आयात शुल्क नहीं देना पड़ेगा और इसके चलते हो सकता है कि आगामी महीनों में भारत में iPhone 12 की क़ीमत में कुछ कटौती देखने को मिल सके?
ख़ास ये है कि ये क़दम ऐसे वक़्त में आ सकता है, जब भारत सरकार देश में “मेक इन इंडिया (Make In India)” पहल को तेज़ी से बढ़ावा देने के लिए स्थानीय मैन्युफ़ैक्चरिंग बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
इस क़दम के साथ सरकार चीन से आयात संबंधित निर्भरता को भी कम करने की कोशिश करना चाहती है। इस मक़सद को हासिल करने के लिए भारत सरकार ने पिछले साल नवंबर में ही क़रीब 10 क्षेत्रों के लिए Production-Linked Incentive (PLI Scheme) स्कीम को मंजूरी दी थी, जिससे तहत उत्पादन और बिक्री के लिए निर्माताओं को सरकार की ओर से प्रोत्साहन प्रदान करने की बात कही गई थी।
क्या है PLI Scheme?
इस योजना के तहत समान की मैन्युफ़ैक्चरिंग करने वाली कंपनियों को एक निश्चित समय के लिए स्थानीय स्तर पर निर्मित सामानों की 1% से 4% तक की अतिरिक्त बिक्री में कैश-बैक सुविधा प्रदान की जाती है। आपको बता दें इसके लिए बेस ईयर 2019-2020 लिया गया है।
कुछ ही दिनों पहले भारत सरकार ने एक बड़ा ऐलान करते हुए अपनी Production-Linked Incentive (PLI Scheme) स्कीम को “फार्मास्युटिकल” और “आईटी हार्डवेयर” क्षेत्रों में भी लागू करने का फ़ैसला किया है।